...तो क्या वाकई अफसर मंत्रियों से पावरफुल हो गए?

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 27 अक्टूबर 2017, 10:21 AM (IST)

अजमेर। काफी समय से इस बात को लेकर चर्चा है कि अफसर मंत्रियों की बात नहीं सुनते। मंत्री-अफसरों के बीच तकरार होती रहती है। इसी खींचतान आैर नजरंदाजी का एक और वाकया देखने को मिला।

अजमेर में स्वचालित दुग्ध प्लांट के शिलान्यास के अवसर पर डेयरी मंत्री को नहीं बुलाया जाना चर्चा का विषय बना हुआ है। हद तो यहां तक हो गई कि डेयरी विभाग के अफसरों ने उन्हें बुलाना तो दूर इस कार्यक्रम की सूचना तक नहीं दी।

बताया जा रहा है कि डेयरी के अफसरों मंत्रियों के बीच काफी समय से अनबन चल रही है। चर्चा है कि कॉरपोरेशन होने से यहां अफसर, मंत्री से ज्यादा पावरफुल हैं, इसलिए मंत्री की नाराजगी भी उनके लिए कोई मायने नहीं रखती।

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गौरतलब है कि डेयरी विभाग के अफसरों ने 23 अक्टूबर काे प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से 253 करोड़ की लागत से बनने वाले अजमेर में स्वचालित दुग्ध प्लांट का शिलान्यास करवाया था और इसमें डेयरी राज्य मंत्री ओटाराम देवासी को आमंत्रित नहीं किया गया। यहां तक कि उन्हें कार्यक्रम की सूचना भी नहीं दी। जानकारी तो यहां तक है कि डेयरी अफसरों ने विभाग के कैबिनेट मंत्री अजय सिंह किलक को भी कार्यक्रम की सूचना नहीं दी थी। हालांकि वे कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इधर मंत्री ओटाराम देवासी ने कहा कि अफसरों का यह व्यवहार प्रोटोकॉल के खिलाफ है। उन्होंने इस मामले में दोषी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की है।



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