जयपुर। त्योहार के बीच भी नींदड़ के किसानों का जमीन समाधि आंदोलन जारी है। नींदड़ बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले किसानों ने दिवाली पूजन, गोवर्धन पूजा और भैया दूजा का पर्व धरनास्थल पर ही मनाया।
दीपावली और गोवर्धन पूजा पर 1350 किसानों ने जमीन में धंस कर दीपावली पर
दीप जलाए। इनमें 800 महिलाएं भी थीं। वहीं बहन-भाई का पर्व भैयादूज भी धरना
स्थल पर ही मनाया।
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नींदड़ आवासीय योजना के लिए जेडीए किसानों की 1350
बीघा जमीन अवाप्त करना चाहता है। इसके विरोध में 1350 किसानों ने 6 फुट
गड्ढा खोद कर जमीन समाधि सत्याग्रह किया जा रहा है।
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किसानों का
कहना है कि वे किसी भी कीमत पर अपनी जमीन सरकार को नहीं सौंपेंगे।
आंदोलनकारी क्रमिक उपवास भी कर रहे हैं। दूसरी ओर जेडीए कल से अवाप्ति की
कार्रवाई शुरू करने की बात कह रहा है।
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धरना स्थल पर गोवर्धन पूजा की गई। इस मौके पर भगवान से जमीन समाधि सत्याग्रह के मकसद के पूरा होने की कामना की गई।
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दिवाली के मौके पर अमावस्या की रात को किसानों द्वारा जलाए गए दीप ने अंधेरे को रोशनी में बदल दिया। उन्होंने दीपदान कर अवाप्ति रूपी ग्रहण से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की।
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