PMEAC ने मानी अर्थव्यवस्था में सुस्ती की बात, इन 10 मुद्दों पर देगी ध्यान

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 11 अक्टूबर 2017, 11:40 PM (IST)

नई दिल्ली। हाल ही में गठित हुई प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (पीएमईएसी) की मीटिंग बुधवार को हुई। इस दौरान पीएमईएसी ने भी अर्थव्यवस्था में सुस्ती की बात मानी। साथ ही 10 मुद्दों पर विशेष ध्यान देने की बात कहीं। गिरती हुई जीडीपी पर घिरी सरकार ने पिछले माह आर्थिक परिषद का गठन किया था। इस बैठक के बाद आर्थिक सलाहकार कमेटी के चेयरमैन बिवेक देबरॉय ने कहा कि बैठक में उन मुद्दों पर चर्चा हुई जो पीएम की ओर से हमारे पास भेजा गया। पीएमईएसी ने आर्थिक वृद्धि को गति देने और अगले 6 महीने में रोजगार सृजन पर जोर देने के लिए प्राथमिकता वाले 10 क्षेत्रों की पहचान की है। बयान में कहा गया, 5 सदस्यीय परिषद की सिफारिशें इन्हीं के आस-पास केंद्रित हैं।

नीति आयोग के सदस्य बिबेक देबरॉय की अध्यक्षता वाले पीएमईएसी ने कहा कि सरकार को राजकोषीय घाटे को घटाने के रोडमैप पर चलते रहना चाहिए। देबरॉय ने कहा, सदस्यों के बीच इस बात पर सहमति है कि राजकोषीय घाटे को कम करने के प्रयासों से पीछे नहीं हटना चाहिए। देबरॉय ने कहा, हम आने वाले महीनों में संबंधित मंत्रालयों, राज्यों, विशेषज्ञों, संस्थानों, निजी क्षेत्र और दूसरे पक्षों से विचार कर रिपोर्ट तैयार करेंगे। परिषद की अगली बैठक नवंबर में होगी।

मीटिंग में मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम भी शामिल हुए। आईएमएफ के आर्थिक वृद्धि के अनुमान पर परिषद के सदस्य डॉक्टर रथिन राय ने कहा कि आईएमएफ के अनुमान पर भरोसा नहीं किया जा सकता। उनका अनुमान 80 फीसदी गलत होता है। बिबेक देबराय ने कहा कि अभी देश में रोजगार के बारे में कोई सटीक आंकडा नहीं है। परिषद में दावा किया गया कि सुस्ती का दौर खत्म हो चुका है। परिषद ने भारतीय अर्थव्यवस्था में गिरावट की बात स्वीकार की है और कहा है कि वह उसके कारणों की पड़ताल करेगी।

प्राथमिकता वाले 10 मुद्दों की पहचान

1. आर्थिक वृद्धि, रोजगार व रोजगार सृजन
2. असंगठित क्षेत्र व उसका समन्वय
3. राजकोषीय स्थिति
4. मौद्रिक नीति
5. सार्वजनिक व्यय,
6. आर्थिक क्षेत्र में काम करने वाले संस्थान
7. कृषि एवं पशुपालन
8. उपभोग की प्रवृत्ति और
9. उत्पादन व सामाजिक क्षेत्र
10. आर्थिक विकास के पैमानों की कारगर ट्रैकिंग की जरूरत

गिरती जीडीपी के कारण बैकफुट पर सरकार


ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

आपको बता दें कि नोटबंदी और जीएसटी जैसे कदमों के बाद जीडीपी गिर गई है। इस कारण अब सरकार भी बैकफुट पर है। विपक्ष के साथ पार्टी को अपने ही शीर्ष नेताओं के विरोध का सामना करना पड रहा है। अब पीएम मोदी द्वारा गठित आर्थिक सलाहकार कमेटी के सामने सबसे बडी चुनौती यही होगी कि किस तरह आंकड़ों को सुधारा जाए।

ये भी पढ़ें - अनाथ और गरीब बच्चों के मन की मुराद पूरी कर रहा है साई सौभाग्य मंदिर