परिवहन विभाग का डोनेट योर स्पेस फोर रोड सेफ्टी अभियान प्रारम्भ

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 11 अक्टूबर 2017, 10:10 PM (IST)

जयपुर। आज के युवा और स्कूली छात्र ही सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं क्योंकि बडे़ लोगाें के एटीट्यूड एक दायरे में ढल चुके हैं और इसमें भी परिवर्तन केवल युवा ही ला सकते हैं। एक तरह से ये हमारे समाज के ‘एजेंट ऑफ चेन्ज’ हैं।
यह बात परिवहन आयुक्त शैलेन्द्र अग्रवाल ने बुधवार को परिवहन विभाग द्वारा तारामणी फाउण्डेशन के सहयोग से चलाए जाने वाले ‘डोनेट योर स्पेस’ अभियान के शुभारम्भ के अवसर पर कूकस स्थित पर्ल एकेडमी फोर फैशन डिजायनिंग सभागार में स्कूली विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कही।

अग्रवाल ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी के लिए इस ओर ज्यादा ंसंवेनशील होने की जरूरत है और साथ ही ऎसे लोगों को इस क्षेत्र में आगे आना होगा जिनका यूथ और समाज पर प्रभाव है। उन्होंने ‘डोनेट योर स्पेस’ की ब्राण्ड एम्बेसेडर मिस इंडिया ग्राण्ड इंटरनेशनल पंखुरी गिडवानी को एक ऎसी ही प्रतिभा बताया।

अग्रवाल ने कहा कि एक छोटा सा मर्डर भी मीडिया और समाज के बड़े वर्गों का ध्यान आकर्षित करता है लेकिन सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों पर हमारा ध्यान नहीं जाता जब तक इसमें हमारा अपना कोई नहीं मारा जाता। अग्रवाल ने स्कूली छात्र-छात्राओं से सड़क दुर्घटनाओं के प्रति अधिक संवेदनशील होने और फेसबुक, ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म एवं अन्य माध्यमों का उपयोग कर सड़क दुर्घटना के प्रति जागरूकता के लिए काम करने की अपील की। इससे पूर्व पैनल डिस्कशन में अग्रवाल ने कहा कि सड़क पर वाहनो की बढ़ती भीड़ तभी कम की जा सकती है जब अधिक से अधिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग किया जाए और लोग इनमें सफर करने में अपने आपको हीन न समझें।
मिस इंडिया ग्राण्ड इंटरनेशनल सुश्री पंखुडी गिडवानी ने कहा कि युवाओं में नया टे्रन्ड शुरू करने की जरूरत है जिससे हेलमेट का उपयोग या सड़क सुरक्षा नियमों की पालना आधुनिकता या ‘कूलनेस’ का प्रतीक माना जाने लगे। पर्ल एकेडमी के निदेशक रामलिंगम सीतारमन का कहना था सड़क हादसों में कमी के लिए प्रवर्तन से अधिक व्यवहार परिवर्तन की जरूरत है।
रूकमणी बिडला चिकित्सालय के वरिष्ठ न्यूरोसर्जन डॉ.अमित चक्रवर्ती का कहना था कि जनसामान्य को प्रारम्भिक चिकित्सा का प्रशिक्षण देने से सड़क दुर्घटना में मौतों की संख्या में प्रभावी कमी लाई जा सकती है। इसी प्रकार सीनियर मैनेजर मारूति अंशुल ने समय समय पर अभियान चलाकर जनजागरूकता के लिए काम करने की जरूरत बताई।
इस अवसर पर शैलेन्द्र अग्रवाल ने अभियान के अन्तर्गत लगाए जाने वाले पहले क्रियेटिव का विमोचन किया। इस अवसर पर विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लिया जिसके विजेताओं को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया। तारामणी फाउण्डेशन के वैभव शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अभियान के अन्तर्गत कारपोरेट संस्थानों, कार्यालयों, कैफेज, कॉलेज, हॉस्पिटल्स, स्कूलों आदि से एक स्थान डोनेट करवाया जाएगा जिसमें सड़क सुरक्षा के सम्बन्ध में विशेष रूप से तैयार क्रियेटिव्स (बैनर,पोस्टर,संदेश) आदि लगाए जाएंगे।

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