हरियाणा में जीएसटी से हुआ है चौंकाने वाला बदलाव- कैप्टन अभिमन्यु

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 10 अक्टूबर 2017, 4:20 PM (IST)

चंडीगढ़। हरियाणा में माल एवं सेवा कर(जीएसटी) के तहत 1,01,409 नए डीलरों के पंजीकरण के साथ प्रदेश में कर दाताओं की कुल संख्या बढक़र 3,31,786 हो गई है। इनमें 44.02 प्रतिशत माइग्रेटेड डीलर्स हैं जो पहले हरियाणा में वैट और सेवा कर के तहत पंजीकृत थे।


हरियाणा के वित्त और आबकारी एवं कराधान मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने आज यहां एक प्रेस सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए यह जानकारी दी।


कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि हरियाणा ने जीएसटी के क्रियान्वयन के उपरांत वर्ष 2017-18 में 1,649.4 करोड़ रुपये प्रति माह की दर से 19,793 करोड़ रुपये का सुनिश्चित राजस्व अर्जित किया है। इस प्रकार द्विमासिक सुनिश्चित राजस्व 3298.8 करोड़ रुपये है।


उन्होंने कहा कि जीएसटी माल से जुलाई एवं अगस्त माह में लगभग 2,822 करोड़ रुपये का कुल राजस्व एकत्रित हुआ। जीएसटी के क्रियान्वयन के कारण मास जुलाई एवं अगस्त 2017 में हुए राजस्व नुकसान की भरपाई के लिए हरियाणा को 476 करोड़ रुपये की राशि मुआवजे के तौर पर जारी की गई है। उन्होंने कहा कि मास जुलाई एवं अगस्त में जीएसटी संग्रहण के भाग के रूप में एकत्रित उपकर से देश के हर राज्य की क्षतिपूर्ति की गई है।

उन्होंने कहा कि राज्य में कम्पोजिशन स्कीम का विकल्प लेने वाले ट्रेडर्स की संख्या 25,979 है। कुल करदाताओं की तुलना में कम्पोजिशन करदाता 7.83 प्रतिशत हैं। देश में कम्पोजिशन करदाताओं की कुल संख्या 15,45,559 है और कम्पोजिशन करदाताओं की राष्ट्रीय प्रतिशतता 17.02 है।


उन्होंने कहा कि जीएसटी शुरू होने से पहले की व्यवस्था की तुलना में जीएसटी लागू होने के बाद लगभग 89 वस्तुओं पर कर कम हुआ है। इसके अतिरिक्त, जीएसटी के तहत 149 वस्तुओं को छूट दी गई है जिन पर कोई कर नहीं लगाया गया है। केवल 17 प्रतिशत वस्तुओं पर 28 प्रतिशत की उच्च कर दर लगाई गई है।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे