श्रीनगर। भारतीय सेना द्वारा पीओके स्थित आतंकी ठिकानों पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक को एक साल पूरा हो गया है। ज्ञातव्य है कि पिछले वर्ष 28 सितंबर को भारतीय सेना ने पीओके स्थित आतंकी कैंपों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी। इस सर्जिकल स्ट्राइक में किसी भी भारतीय सैनिक को कोई नुकसान नहीं पहुुंचा था और उन्होंने आतंकियों के ठिकानो को तबाह कर दिया था। ऐसे में देश की नई रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण आज से दो दिन के जम्मू कश्मीर दौरे पर श्रीनगर पहुंची। ज्ञातव्य है कि रक्षा मंत्री का पद संभालने के बाद निर्मला सीतारमण का यह पहला कश्मीर दौरा है। इस दौरान वह सियाचिन ग्लेशियर का भी दौरा करेंगी।
सीतारमण पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से सटी नियंत्रण रेखा (एलओसी)पर अग्रिम चौकियों और भारत एवं चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) का भी दौरा करेंगी। वह सियाचिन का दौरा करने के अलावा कश्मीर घाटी में सुरक्षा स्थिति का भी जायजा लेंगी। इस दौरान उनके साथ सेना के कमांडर्स भी होंगे। शनिवार को विजयादशमी के दिन वह सियाचिन पोस्ट पर भी जाएगीं। निर्मला सीमारमण विजयादशमी सैनिकों के साथ ही मनाएंगी।
उरी बेस कैंप पर हमले का बदला था सर्जिकल स्ट्राइक:
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ज्ञातव्य है कि आतंकियों ने कश्मीर के उरी सेक्टर में सेना के बेस कैंप पर
हमला किया था। आतंकियों ने 19 सितंबर, 2016 को उरी बेस कैंप पर हमला किया
था। इस हमले में भारतीय सेना के 19 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले को अंजाम
देने वाले आतंकियों का ताल्लुक जैश ए मोहम्मद संगठन से था।
ये आतंकी
पाकिस्तान के रास्ते से ही उरी में दाखिल हुए थे। इस बात का खुलासा हमले
में मारे गए आतंकवादियों, उनके पास से बरामद जीपीएस सेट और जिंदा पकडे गए
दो गाइड्स से हुआ। उरी हमले का बदला लेते हुए भारतीय सेना ने 28 सितंबर को
सर्जिकल स्ट्राइक की थी, जिसमें करीब 50 आतंकियों को मार गिराया था।
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