लाहौर। दाएं हाथ के बल्लेबाज खालिद लतीफ को टी20 टूर्नामेंट पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) में स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाए जाने पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने पांच साल का प्रतिबंध लगा दिया है। इस प्रतिबंध के कारण खालिद क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में नहीं खेल पाएंगे।
खालिद पर पीसीबी की भ्रष्टाचार रोधी संहिता के तहत छह प्रमुख आरोप लगाए गए थे और बुधवार को उन्हें सभी छह आरोपों में दोषी पाया गया। इस कारण उन पर पांच साल के प्रतिबंध के साथ-साथ एक लाख पाकिस्तानी रुपए (लगभग 9489 डॉलर) का जुर्माना भी लगाया गया है।
इस मामले की सुनवाई के दौरान खालिद के वकील बदर आलम ने कई बार आपत्ति जाहिर की, लेकिन उनकी अपील को खारिज किया गया। आलम ने अब इस फैसले का विरोध करते हुए खालिद के मामले पर निर्णय लेने के लिए गठित ट्रिब्यूनल के गठन के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
खालिद से पहले बल्लेबाज शार्जील खान पर भी स्पॉट-फिक्सिंग मामले के तहत
पांच साल का प्रतिबंध लगाया गया था। खालिद पर लगे पांच साल के प्रतिबंध के
तहत वे 2022 तक क्रिकेट जगत में वापसी नहीं कर पाएंगे। 31 वर्षीय खालिद ने
वर्ष 2008 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था।
उनके पांच वनडे
में 147 और 13 टी20 मुकाबलों में 237 रन हैं। दोनों फॉर्मेट में उन्होंने
एक-एक अर्धशतक जमाया। खालिद ने अंतिम बार पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व 27
सितंबर 2016 को अबु धाबी में वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 मुकाबले में किया
था।
ये भी पढ़ें - 16 ग्रैंडस्लैम विजेता राफेल नडाल को इन 7 मौकों पर मिली हार