जयपुर। उद्योग मंत्री राजपाल सिंह शेखावत ने राज्य के पहले
उद्योग रत्न और निर्यात पुरस्कारों का वितरण करते हुए इस साल प्रदेश में
सूक्ष्म, लघु और मध्य उद्यम वर्ष के रुप में मनाने की घोषणा की। उन्होंने
कहा कि प्रदेश में पूरे साल औद्योगिक विकास की गतिविधियों के संचालन और
नवाचारों के प्रोत्साहन पर बल दिया जाएगा।
शेखावत ने पुरस्कत उद्यमियों का बधाई दी और कहा कि इससे प्रदेश में नई
परंपरा शुरु हुई है। उन्होंने बताया कि राज्य से निर्यात को प्रोत्साहित
करने के लिए जल्दी ही नए निर्णय किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि आज से 6
विभागों की 18 सेवाएं और ओनलाईन होने से अब आम नागरिकों व औद्योगिक
प्रतिष्ठानों को विभिन्न विभागों व संस्थाओं की सेवाएं घर बैठे मिल सकेगी।अतिरिक्त
मुख्य सचिव राजीव स्वरुप ने कहा कि राज्य में नई पहल करते हुए
औद्योगिकरण को गति दी जा रही है। उन्होंने बताया कि इज ऑफ डूइंग के क्षेत्र
में राजस्थान देश के अग्रणी प्रदेशों में शुमार है।
रोजगार के अवसर
बढ़े-डॉ. सुबोध अग्रवाल
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
प्रमुख
शासन सचिव एमएसएमई डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा कि एमएसएमई उद्योगों के
विस्तार से जहां एक और औद्योगिक विकास में तेजी आती है वहीं रोजगार के अवसर
बढ़े हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश के आर्थिक विकास में एमएसएमई उद्योगों
की महत्वपूर्ण भूमिका है।
उद्योग
आयुक्त कुंजीलाल मीणा ने बताया कि विभाग द्वारा उद्योगों और आम
उपभोक्ताओं के बीच सीधा संवाद कायम करने के लिए सेलर वायर मीट का आयोजन
करने का निर्णय किया गया है वहीं विभाग ने फेसिलिएटर की भूमिका निभाते हुए
औद्योगिक सलाहकार समितियों को सक्रिय किया है।
समारोह
में चार सत्रों में राज्य व केन्द्र की योजनाओं की जानकारी दी गई । समारोह
मेें 5 उद्योग रत्न, एक-एक शिल्प और बुनकर रत्न, 56 निर्यात पुरस्कार
स्वरुप शॉल, साफा, प्रशस्ति पत्र भी वितरित किए गए। इस अवसर पर लघु उद्योग
भारती और उद्योग विभाग के समन्वय से जनवरी में आयोजित होने वाले इण्डिया
इण्डस्ट्रियल फेयर का करटेन रेजर किया। इसके साथ ही 6 विभागों की 18 सेवाओं
की लांचिंग और एस्पोर्ट अवार्डी साॅविनियर का विमोचन किया।
समारोह
में आरएसआईसी के अध्यक्ष मेघराज लोहिया, माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष हरीश
कुमावत, लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी मित्तल
और जितेन्द्र गुप्ता, कर आयुक्त आलोक गुप्ता रीको एमडी मुग्धा
सिन्हा, उद्योग संघों के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।
ये भी पढ़ें - प्रदेश के राजकीय महाविद्यालयों में 1 अक्टूबर से शुरू होंगे 16 नए कोर्सेज