कांग्रेस ने कहा-यह इलेक्शन बुलेट ट्रेन, शिवसेना ने बताया मोदी का महंगा सपना

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 14 सितम्बर 2017, 10:46 PM (IST)

नई दिल्ली। भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना की आधारशिला रखने के साथ ही मोदी सरकार की आलोचना भी शुरू हो गई है। विपक्ष ने मोदी सरकार के महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की लॉन्चिंग को इलेक्शन बुलेट ट्रेन करार दिया है। वहीं, सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सहयोगी शिवसेना ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महंगा सपना बताया है। कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को अहमदाबाद-मुबंई बुलेट ट्रेन परियोजना की आर्थिक व्यावहारिकता को लेकर सवाल उठाया। कांग्रेस के लोकसभा में नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा कि गुजरात चुनावों से पहले इस बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की लॉन्चिंग उसी तरह की गई है, जैसा कि बाकी राज्यों के चुनावों से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्थिक पैकजों और प्रोजेक्ट्स का ऐलान किया था।

खडग़े ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी से अपना मुंह पूरी तरह मोड़ लिया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट यूपीए सरकार की अवधारणा थी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी किसी विकास परियोजना के खिलाफ नहीं है, लेकिन यह भी कहा कि अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना आर्थिक रूप से व्यावहारिक नहीं है। खडग़े ने कहा, हम किसी परियोजना के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन इसका मकसद क्या है। यह परियोजना आर्थिक रूप से व्यावहारिक नहीं है।

खगड़े ने कहा, मुबंई से अहमदाबाद के बीच हवाई किराया 2000 रुपये है और बुलेट ट्रेन का किराया 2800 से 5000 तक होगा.. यदि एक लाख यात्री ट्रेन में यात्रा करें तभी यह परियोजना आर्थिक तौर पर व्यावहारिक होगी। उन्होंने कहा कि 60,000 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण पर खर्च हो रहे हैं और परियोजना की लागत 1,10,000 करोड़ रुपये है, जो आगे क्रियान्वयन के समय बढ़ सकती है। मोदी व आबे ने गुरुवार को 1.08 लाख करोड़ रुपये की लागत वाली 500 किमी की अहमदाबाद-मुंबई हाई स्पीड रेल परियोजना का शिलान्यास किया।

शिवसेना ने भी उठाए सवाल

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मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना की शिवसेना ने आलोचना करते हुए इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महंगा सपना बताया। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से देश को 108,000 करोड़ रुपये की चपत लगेगी। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना और दोपहर का सामना में कहा, जापान इस परियोजना के लिए कील से लेकर रेल, मानव शक्ति से लेकर प्रौद्योगिकी और यहां तक की सीमेंट-कंक्रीट सब कुछ लाएगा..भूमि और पैसा गुजरात और मुंबई से आएगा और टोक्यो सारा मुनाफा लेगा, लेकिन लूट और धोखाधड़ी के बावजूद सभी मोदी को इस परियोजना के लिए बधाई दे रहे हैं। सेना ने यह भी जिक्र किया कि मुंबई का बोझ से दबा और असुरक्षित उपनगरीय रेल धन और सुधार के अभाव से जूझ रहा है और राज्य में कई अधूरी परियोजनाएं लंबित हैं।

सेना ने कहा कि बुलेट ट्रेन भारत की आम जनता का सपना नहीं है। यह सिर्फ धनाढ्य वर्ग के लिए है और इसकेलिए गोयल खास तौर से चुने गए हैं और यह गुजरात को उद्योगपतियों कुछ नया देने के लिए हैं, जहां जल्द ही चुनाव होने वाले हैं। सेना ने निशाना साधते हुए कहा कि किसानों के छूट देने का मुद्दा उठाने पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इसे अराजकता बताते हैं और मोदी के सपने के लिए 30,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि दे रहे हैं। मुखपत्र में कहा गया, अब हम आशा और दुआ करते हैं कि बुलेट ट्रेन का इस्तेमाल मुंबई को लूटने के लिए नहीं किया जाए।

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