रायन: सबूत जुटाने के लिए फोरेंसिक टीम पहुंची स्कूल, और उलझी गुत्थी

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 13 सितम्बर 2017, 2:14 PM (IST)

गुरुग्राम। रायन इंटरनेशल स्कूल के 7 वर्षीय छात्र प्रद्युम्न की हत्या की गुत्थी सुलझने के बजाय उलझती ही जा रही है। प्रद्युम्न के परिजन पुलिस जांच से संतुष्ट नहीं है। पुलिस जांच पर उठ रहे सवालों के बीच बुधवार को फोरेंसिक साइंस लैबोरेट्री की टीम रायन स्कूल पहुंची और सबूत जुटाने की कोशिश की। वहीं पुलिस ने इस हत्याकांड में आरोपी बस कंडक्टर अशोक के डीएनए सैंपल जांच के लिए करनाल लैब में भेजे हैं। साथ ही अशोक का ब्लड टेस्ट और पोटेंसी टेस्ट भी करवाया जा रहा है। ज्ञातव्य है कि आरोपी कंडक्टर की भूमिका को लेकर कई सवाल खडे हो रहे हैं।

हांलांकि आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है और उसने कहा था कि उसने प्रद्युम्न के साथ यौन शोषण करने की कोशिश की थी लेकिन पोस्टमॉटर्म रिपोर्ट में पता चला है कि प्रद्युम्न के साथ यौन शोषण नहीं किया गया। प्रद्युम्न के शरीर पर ऐसे कोई निशान नहीं पाए गए है, इससे यह पता चलता है कि उसके साथ यौन शोषण की कोशिश नहीं की गई। साथ ही प्रद्युम्न की हत्या का उद्देश्य भी सामने नहीं आया है। रायन के भोंडसी कैंपस के पूर्व प्रिंसिपलों से पूछताछ के लिए पुलिस की टीम केरल भेजी गई है।

पुलिस जांच से संतुष्ट नहीं है प्रद्युम्न के परिजन:


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प्रद्युम्न के परिजन पुलिस जांच से संतुष्ट नहीं है। इसलिए वे अपने बेटे की हत्या की जांच सीबीआई से करवाना चाहते हैं। प्रद्युम्न के पिता वरूण ठाकुर ने कहा है कि अगर वे पुलिस जांच से संतुष्ट होते तो सीबीआई जांच की मांग ही नहीं करते। ज्ञातव्य है कि प्रद्युम्न के पिता ने इस मामले की जांच सीबीआई से करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की है।

वहीं प्रद्युम्न की मां का कहना है कि असली गुनहार कोई और है, उसे बचाया जा रहा है, कंडक्टर तो सिर्फ एक मोहरा है। साथ ही उन्होंने कहा है कि अगर उनके बेटे का असली कातिल पकडा नहीं गया तो वे आत्मदाह कर लेंगी।

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