भारत आ रहे हैं जापानी PM, मोदी के साथ करेंगे रोड शो, बुलेट ट्रेन की रखेंगे नीव

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 11 सितम्बर 2017, 11:25 PM (IST)

नई दिल्ली। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचेंगे। आबे के इस दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच सामरिक सहयोग बढऩे की उम्मीद है। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे भारत के अपने दो दिवसीय दौरे में अहमदाबाद में पीएम नरेंद्र मोदी के साथ एक रोड शो में भी शामिल होंगे। बीजेपी ने बताया कि 8 किलोमीटर लंबा रोड शो अहमदाबाद एयरपोर्ट से शुरू होगा और साबरमती आश्रम तक जाएगा। दूसरे दिन, दोनों नेता 14 सितंबर को भारत की पहली बुलेट ट्रेन की नीव रखेंगे। वहीं दोनों के बीच बाइलेटरल मीटिंग भी होगी। गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष जीतूभाई वघानी ने सोमवार को कहा, देश के इतिहास में यह पहली बार होगा जब दो देशों के पीएम कोई रोड शो करेंगे।

जापानी पीएम 13 सितंबर को यहां पहुंच रहे हैं। आबे अपने भारत दौरे के पहले ही दिन अहमदाबाद की यात्रा करेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों पीएम का रोड शो के दौरान भव्य स्वागत किया जाएगा। अहमदाबाद नगर निगम स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन प्रवीण पटेल ने कहा कि रोड शो के रूट के में 28 विभिन्न जगहों पर कई कार्यक्रम पेश किए जाएंगे। पटेल ने कहा, पूरे रोड शो के रूट में 28 छोटे मंच बनाए गए हैं, जहां 28 राज्यों के नर्तक अपने पारंपरिक पारिधानों में कार्यक्रम पेश करेंगे।

साबरमती आश्रम की यात्रा करने के बाद दोनों नेता शाम तक आराम करेंगे। पटेल ने कहा, शाम को दोनों मोदी और आबे प्रसिद्ध सिदी सैय्यद मस्जिद जाएंगे। इस मस्जिद में पत्थरों का बड़ा ही खूबसूरत काम किया गया है। इसीलिए इसे सिदी सैय्यद की जाली भी कहते हैं। उन्होंने कहा कि इसके बाद दोनों पीएम मस्जिद के निकट एक रेस्तरा में रात का खाना खाएंगे। 14 सितंबर को आबे और पीएम मोदी मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना की नींव रखेंगे। इसके बाद दोनों पीएम महात्मा मंदिर में 12वें भारत-जापान वार्षिक सम्मेलन में भाग लेंगे।

मोदी व आबे के बीच चौथा वार्षिक सम्मेलन

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इस दौरान आबे व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात में 12वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन का भी आयोजन करेंगे। यह मोदी व आबे के बीच चौथा वार्षिक सम्मेलन होगा। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, दोनों नेता अपने विशेष सामरिक व वैश्विक भागीदारी के ढांचे के तहत बहुआयामी सहयोग में हाल में हुई प्रगति की समीक्षा करेंगे और इसके भविष्य की दिशा तय करेंगे।

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