मेरठ पुलिस की कारस्तानी सुना आपने

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 07 सितम्बर 2017, 3:58 PM (IST)

ऋतु भार्गव, मेरठ।पुलिस के कार्य प्रणाली पर बरसों से सवालिया निशान लगाते रहे है। खास तौर से जब बात पुलिस मुठभेड़ की हो तो हर कोई उसे शक की निगाह से देखता है। ऐसा ही एक मामला मेरठ पुलिस का सामने आया है जहां पुलिस एक मोबाइल चोर को एनकांउटर कर पकडने का दावा कर वाहवाही लूट रही है। पुलिस का ये चेहरा मुठभेड़ के कुछ घंटों के बाद ही सामने आ गया है।


खास खबर के पास इस एक्सक्लूसिव तस्वीरें देख कर आप खुद अंदाजा लगा सकते है कि पुलिस की कथनी और करनी में कितना फर्क है। दरअसल बीते दिन मेरठ के थाना सदर बाजार पुलिस ने दावा किया किया था कि सन्य क्षेत्र से सलमान नाम का बदमाश और उसका एक साथी एक उमरदराज नाम के व्यक्ति से मोबाइल लूट कर भाग रहा था। पुलिस के अनुसार मोबाइल लूट कर भाग रहे बदमाशों ने उमरदराज पर फायरिंग भी की थी। वहीं घटना के बाद जैसे तैसे उमरदराज ने राहगीरों की मदद से डायल 100 को सूचित किया। पुलिस ने यह भी दावा किया था कि घटना स्थल के आसपास घेराबंदी कर सलमान को मुठभेड़ में पकड़ा था। जहां सलमान के पैर में गोली भी लगी थी।



अब हकीकत क्या है वो हम आपको दिखाते और बताते है। मंगलवार को थाना लिसाड़ी गेट के शालीमार गार्डन में सुबह ठीक 9 बजकर 29 मिनट पर दो पुलिसकर्मी जो की सादी वार्दी में थे। सलमान का पीछा करते सीसीटीवी में कैद हो जाते है। ठीक 41 सेकेंड बाद यानी 9 बजकर 29 मिनट 41 सेकेंड पर ये दोनों पुलिसकर्मी सलमान को दौड़ते हुए पकड़ लेते है। इसके बाद कुछ बातचीत करने के बाद ये सदी वर्दी में आए पुलिसकर्मी 9 बजकर 30 मिनट 20 सेकेंड पर सलमान को अपनी मोटर साइकिल पर बैठ कर किसी अंजान जगह पर ले जाते है। वहीं दोपहर लगभग करीब 12 बजे पुलिस ने ये मैसज फलैश किया कि एक बदमाश को एनकाउंटर के बाद धर दबोच लिया गया है। साथ इस बदमाश के पैर में गोली भी लगी है। एक तरफ पुलिस की वाहवाही वहीं दूसरी तरफ ये फर्जी मुठभेड़ जो सब कुछ बयां कर रही है। अंदाजा खुद लगाया जा सकता है कि पुलिस जो कहती है वो जरुरी नहीं की सही हो। लेकिन इस सबके बाद कैमरे के सामने कोई भी पुलिस अधिकारी बोलने के लिए तैयार नहीं है ।

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