गुजरात में बीजेपी को मिलेगी 144-152 सीटें, फिर बनेगी सरकार:ओपिनियन पोल

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 31 अगस्त 2017, 11:51 PM (IST)

नई दिल्ली। देशभर में मोदी लहर कायम है। पाटीदार आंदोलन और दलित उत्पीडऩ की घटनाओं का गुजरात में बीजेपी की पकड़ पर कोई असर पड़ता नजर नहीं आ रहा है। एबीपी न्यूज और सीएसडीएस लोकनीति सर्वे के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृहराज्य में बीजेपी एक बार फिर सरकार बनाएगी। ओपिनियन पोल में कहा गया है कि बीजेपी को 144-152 सीटें मिल सकती हैं। वहीं, कांग्रेस की हालत खस्ता नजर आ रही है। पोल के मुताबिक कांग्रेस केवल 26-32 सीटों पर सिमट सकती है और अन्य को 3 से 7 सीटें ही मिलती दिख रही हैं। गुजरात में बीजेपी 2 दशक से सत्ता में है।

पिछली बार 2012 में नरेंद्र मोदी की अगुआई में बीजेपी को 119 सीटों पर जीत मिली थी। तब कांग्रसे के खाते में 57 सीटें आईं थीं। गुजरात विधानसभा में कुल 182 सीटें हैं। ओपिनियन पोल में हिस्सा लेने वाले 59 फीसदी लोगों ने कहा कि यदि अभी चुनाव हो तो वे सत्ताधारी पार्टी को ही फिर वोट देंगे, केवल 29 फीसदी लोगों कांग्रेस के पक्ष में जाने की बात कही। इसका मतलब यह है कि बीजेपी 2014 लोकसभा चुनाव में मिले समर्थन को अब तक संभालने में सफल रही है।

पोल के मुताबिक बीजेपी को पूरे गुजरात में स्वीप कर सकती है। सबसे अधिक समर्थन सौराष्ट्र और कच्छ में मिल सकती है, जहां 65 फीसदी वोटर्स उसके पक्ष में दिखे। गुजरात में विजय रुपानी ही मुख्यमंत्री पद की पहली पसंद है। 24 फीसदी लोग दोबारा रुपानी को सीएम बनते देखना चाहते हैं। वहीं, 7 फीसदी लोग चाहते है कि पीएम मोदी दोबारा राज्य की सता में आएं। पोल के मुताबिक 2 फीसदी लोग बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को अगले मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते है। हालांकि, 43 फीसदी लोगों ने पसंदीदा मुख्यमंत्री के रूप में किसी उम्मीदवार का नाम नहीं लिया। बताया गया है कि सर्वे 9 अगस्त 2017 से 16 अगस्त 2017 के बीच किया गया है। 50 विधानसभा क्षेत्र के 4090 लोगों की राय ली गई है। शाह ने गुजरात चुनावों के मद्देनजर केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह गुजरात विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर समय-समय पर बैठकें कर रहे है।

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गुरुवार को भी अमित शाह ने मीटिंग की और गुजरात में 150 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करने की रणनीति पर चर्चा की। इस मीटिंग में केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, नरेंद्र सिंह तोमर, निर्मला सीतारमण, जितेंद्र सिंह, पी.पी. चौधरी, भाजपा महासचिव राम लाल व भूपेंद्र यादव तथा गुजरात भाजपा प्रमुख जीतू वाघानी ने हिस्सा लिया। जेटली को बीते सप्ताह गुजरात का चुनाव प्रभारी बनाया गया, जबकि उनका सहयोग करने के लिए सीतारमण व चौधरी को सह प्रभारी बनाया गया। गुजरात विधानसभा का कार्यकाल 2018 में समाप्त होगा और गुजरात में इस साल के अंत में या अगले साल की शुरुआत में चुनाव होने की उम्मीद है।

नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद यह गुजरात में पहला विधानसभा चुनाव होगा। मोदी के इस्तीफे के बाद आनंदीबेन पटेल को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया गया था। आनंदीबेन के शासन के दौरान गुजरात में हार्दिक पटेल का उदय हुआ। हार्दिक पटेल ने पाटीदार समुदाय के आरक्षण को लेकर भारी जन आंदोलन किया। इसके बाद भाजपा ने मुख्यमंत्री को बदलने का फैसला किया और आनंदीबेन पटेल की जगह बीते साल अगस्त में विजय रूपानी को मुख्यमंत्री और नीतिन पटेल को उप मुख्यमंत्री बनाया गया। शाह ने कई मौकों पर कहा है कि भाजपा अगला विधानसभा चुनाव रूपानी के नेतृत्व में लड़ेगी।

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