यहां 30 साल बाद पहली बार थिएटर में दिखाई गई फिल्म

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 28 अगस्त 2017, 1:22 PM (IST)

नई दिल्ली। आज के समय में फिल्म रिलीज होते ही सबसे पहले देखने के लिए युवाओं में क्रेज है। लेकिन आज आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे है जहां तीन दशक बाद लोगों ने पहली बार सिनेमा में फिल्म देखी है। सालों से तनावपूर्ण स्थिति के बीच पहली बार गाजा में खुशी व जश्न जैसा माहौल देखने को मिला। हालांकि यह खुशी केवल रात भर के लिए ही थी। सैंकड़ों गजान लोगों ने बीते शनिवार को फिल्म का आनंद लिया। गाजा शहर में दशकों से बंद समर सिनेमा ने इजरायल की जेलों में बंद फिलीस्तीनियों के लिए एक फिल्म की एक विशेष स्क्रीनिंग की मेजबानी की। फिल्म देखने लगभग 300 लोग पहुंचे।

शनिवार को दिखाई गई फिल्म का निर्माण गाजा में कुछ स्वयंसेवक अभिनेताओं के साथ किया था, जिसमें इजरायल की जेलों में बंद फिलीस्तीनी कैदियों की कहानी बयां की गई है। सल्मी ने बताया कि सिनेमा इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष की व्यापक राजनीति पर आधारित न होकर मानवीय संवेदनाओं से औतप्रोत है।

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आपको बता दें कि इस्लामिक ग्रुप हमास ने गाजा में 10 साल से ऊपर शासन किया है और वर्तमान में फिलिस्तीनी के उस क्षेत्र में जहां इजरायल नाकाबंदी के तहत 20 लाख लोग तंग हालात में रहते हैं, कोई सिनेमा नहीं है। आयोजक गंगा सल्मी के मुताबिक गाजा में सिनेमा के विचार को वापस लाने के लिए व्यापक प्रयासों के बाद प्रतीकात्मक रूप से एक रात के लिए सिनेमा का आयोजन किया गया है। फिल्म देखने पहुंचे एक दर्शक जौदत अबू रमजान ने बताया कि वह गाजा में एक स्थायी सिनेमा देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा हम लोग सिनेमाघरों, सार्वजनिक स्थानों और पार्कों के बीच रहना सामान्य लोगों की तरह जीवन बिताना चाहते हैं।

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आपको बता दें कि समर सिनेमा का निर्माण 1944 में हुआ था और 1960 में यह बंद हो गया था। 1980 के दशक के उत्तरार्ध में पहले फिलिस्तीनी इंतिफाडा या विद्रोह के दौरान एन्क्लेव की शेष सिनेमाघरों को बंद कर दिया गया था। 1987 में एक सिनेमा में आग लग गई थी, जो व्यापक रूप से इस्लामवादियों का काम माना जाता था। माना जाता है कि इस्लामवादी सिनेमा के चलन को हिकारत की नजरों से देखते हैं। सल्मी ने बताया कि सिनेमा हॉल में हुई आग की घटना के बाद बाकी सिनेमाघरों ने भी डर के मारे फिल्मों के प्रदर्शन पर रोक लगा दी।

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