राम रहीम ही नहीं, इन ‘धार्मिक गुरुओं’ का भी रहा है विवादों से नाता

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 25 अगस्त 2017, 5:15 PM (IST)

नई दिल्ली। सीबीआई की विशेष कोर्ट ने शुक्रवार को विवादास्पद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को अपनी दो महिला शिष्यों के यौन उत्पीडऩ व दुष्कर्म के मामले में दोषी ठहराया है। सभी तरह की धमकियों व दबाव के बावजूद पीडि़ताएं करीब 15 साल तक अदालत में मामले की सुनवाई के दौरान अपने दुष्कर्म व यौन शोषण के आरोपों पर अडिग रहीं। लेकिन, राम रहीम ही नहीं इन धर्मगुरुओं का विवादों से नाता रहा है। कई बाबाओं पर हत्या तो कई पर रेप के आरोप लग चुके है।

जानें-कौन-कौन है इस लिस्ट में शामिल

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राधे मां

राधे मां का असली नाम सुखविंदर कौर है। उनका जन्म पंजाब में गुरदासपुर जिले के डोरांगला गांव में 4 अप्रैल 1965 को हुआ था। 17 साल की उम्र में उनकी शादी मोहन सिंह से हुई थी। पति जब विदेश चला गया तो सिलाई कर घर खर्च चलाती थी। राधे मां के दो बचचे भी है। फिर सुखविंदर ने स्थानीय परमहंस डेरे में जाना शुरू कर दिया। जल्द ही वह डेरा प्रमुख के साथ सत्संग में जाने लगी। धीरे-धीरे वह खुद भी सत्संगों का आयोजन करने लगी। मुंबई में राधे मां की काफी पकड मानी जाती है। देश के कई जाने माने सिलेब्रिटी भी राधे मां के भक्त हैं।
विवाद: हाल ही राधे मां पर एक महिला ने मुंबई में दहेज उत्पीडन का मामला दर्ज करवाया है। सोशल मीडिया पर राधे मां की मिनी स्कर्ट पहनने वाली तस्वीरें वायरल हो चुकी हैं। भक्तों के गले लगना, उनके साथ डांस करना, ये सब राधे मां के खास अंदाज हैं। यही वजह है कि उनपर अश्लीलता फैलाने का भी आरोप लग चुका है। 2003-04 के दौरान पघवारा के एक हिंदू संगठन ने राधे मां के खुद को दुर्गा का अवतार बताए जाने का विरोध किया था।

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आसाराम बापू
आसाराम का जन्म 17 अप्रैल 1941 को ब्रितानी भारत के नवाबशाह जिले के बेराणी गाँव में हुआ था, जो अब पाकिस्तान में है। पिता के निधन के बाद, उन्होंने अपनी मां से ध्यान और आध्यात्मिकता की शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने घर छोड दिया और देश भ्रमण पर निकल पडे। भ्रमण करते-करते वे स्वामी श्री लीलाशाहजी महाराज के आश्रम वृन्दावन चले गये। अपने व्यक्तिगत जीवन में आसूमल ने लक्ष्मी देवी से विवाह कर लिया जिससे उनके एक पुत्र नारायण साई और एक पुत्री भारती देवी उत्पन्न हुए। आसाराम के देशभर में आसाराम के करीब 425 आश्रम और 50 से अधिक गुरूकुल हैं। उनके लाखों अनुयायी देश-विदेश में फैले हैं।
विवाद- आसाराम विवादों से जुडे रहे हैं। जैसे आपराधिक मामलों में उनके खिलाफ दायर याचिकाएं, उनके आश्रम द्वारा अतिक्रमण, 2012 दिल्ली दुष्कर्म पर उनकी टिप्पणी एवं 2013 में नाबालिग लडकी का कथित यौन शोषण। उन पर लगे आरोपों की पर्त एक के बाद एक खुलती ही चली गई। जोधपुर के आश्रम में 16 साल की नाबालिग से यौन शोषण के आरोप में जोधपुर जेल में बंद है। आरोपों की आच उनके बेटे नारायण साई तक पहुच गई और पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल, आसाराम जोधपुर जेल की सलाखों के पीछे कैद हैं और जमानत के प्रयासों में लगे हुए है।

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संत रामपाल
रामपाल का जन्म पंजाब के सोनीपत में एक गांव में हुआ था। उनका पूरा नाम रामपाल सिंह जतिन है। उनके पिता नंद लाल एक किसान था और मां इंदिरा देवी एक गृहिणी थी। बचपन में ही रामपाल को सत्संग और शादी समारोहों में ढोलक बजाने का शौक था। पढाई पूरी करने के बाद उन्होंने हरियाणा के सिंचाई विभाग की सरकार में एक जूनियर इंजीनियर के रूप में काम किया। लेकिन, 1996 में उन्होंने नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। कुछ समय पहले वे, संत रामदेवानंद के संपर्क में आए। धीरे-धीरे उन्होंने हरियाणा में कई आश्रम खोल दिए। आज हरियाणा के बरवाला में 12 एकड में फैला है रामपाल का आश्रम।
विवाद- 2006 में आर्य समाज के लोगों के साथ रामपाल का विवाद हो गया। इस घटना में 1 व्यक्ति की मौत हो गई। घटना के बाद रामपाल के खिलाफ हत्या और हत्या की साजिश रचने और अदालत की मानहानि करने के कई मुकदमे दर्ज किए गए लेकिन वो अदालत में हाजिर नहीं हुए। रामपाल पर अपने आश्रम में महिलाओं और बच्चों को बंधक बनाकर रखने और उनसे गलत काम करवाने का आरोप था। नवंबर 2014 में रामपाल को गिरफ्तार करने में पुलिस को 10 दिनों का वक्त लगा। इस दौरान 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई घायल हो गए। फिलहाल रामपाल सलाखों के पीछे है।

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नित्यानंद

स्वामी नित्यानंद का जन्म तमिलनाडु के तिरूवन्नामलाई में 1 जनवरी 1978 को हुआ था। शादी के बाद उनके दो बच्चे हुए। उनका दावा है कि उनको पिछले जन्म के बारे में सबकुछ पता है।
विवाद: सेक्स टेप स्कैंडल से विवादों में आए स्वामी नित्यानंद बैंगलुरू-मैसूर हाइवे पर नित्यानंद ध्यानदीपम आश्रम चलाते हैं। इस स्कैंडल में वह दक्षिण भारतीय अभिनेत्री के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाई दिए जिसके बाद उनके समर्थकों ने खासा हंगामा किया।

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निर्मल बाबा

1981 में निर्मलजीत सिंह नरूला ने निजी व्यवसाय शुरू किया। एक के बाद एक कई व्यवसाय बदलने पर भी जब सफलता नहीं मिली तो उन्होंने अपने आपको संत घोषित कर निर्मल बाबा नाम दिया। उन्होंने निर्मल दरबार आरंभ किया। इसके बाद पुलिस में उनके खिलाफ अवैध रूप से पैसे ठगने के मामले दर्ज होने लगे। वह निर्मल दरबार में अपनी दिव्य दृष्टि से लोगों की समस्याएं हल करने लगे।

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साक्षी रामकृपालजी महाराज

अपने भक्तों के बीच वह साक्षी रामकृपालजी महाराज के नाम से जाने जाते हैं पर यूपी के ट्रांसपोर्ट विभाग में उन्हें उपाध्यायजी कहा जाता है। असल नाम है आर के उपाध्याय। बाबा होने के बावजूद 58 साल के उपाध्याय सरकारी जॉब में रहते हुए प्रमोशन भी पाते हैं और अपनी सहूलियत के मुताबिक पोस्टिंग भी पाते हैं। कुछ मीडिया रिपोटों के मुताबिक, दो साल पहले उपाध्याय ने एनसीआर से बाहर लखनऊ ट्रांसफर होने से बचने के लिए प्रमोशन तक को मना कर दिया था।

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आचार्य रजनीश ओशो

20वीं सदी के विवादित आध्यात्मिक गुरूओं में ओशो का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। वह, उन लोगों में शामिल थे जिन्होंने सभी धर्मो का खंडन करते हुए एक अलग ही पंथ चलाया था जिसने अमेरीकियों का जीवन बदल दिया। संभोग से समाधि की ओर जैसी पुस्तकें लिख कर चर्चा में आए ओशो रजनीश का विवादों से गहरा नाता रहा। उनपर खुला व्यभिचार करने, अपने अमेरीकी आश्रम में समर्थकों की हत्या का प्लान रचने जैसे कई गंभीर आरोप लगे थे।

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सत्य साई बाबा

खुद को शिरडी के साई बाबा का अवतार बताने वाले सत्य साई बाबा भी आजीवन विवादों में घिरे रहे। उन पर हाथ की सफाई से विभूति लाने, घडी, नैकलेस आदि पैदा करने के आरोप लगे। हालांकि उन्होंने इन सबपर चुप्पी साधे रखी। हालांकि सत्य साई द्वारा स्थापित किए गए आश्रम की 126 देशों में शाखा है जो फ्री हॉस्पिटल और क्लिनिक चलाते हैं।

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चंद्रास्वामी

एक मामूली कर्मचारी के तौर पर अपने जीवन की शुरआत करने वाले चन्द्रास्वामी का जीवन भी विवादों से घिरा रहा। एक तांत्रिक के रूप में विख्यात चन्द्रास्वामी के पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव से गहरे संबंध थे। ईडी ने उनपर 13 मामलों में फेमा के उल्लंघन के मामले में 9 करोड रूपए की पेनल्टी लगाई थी। लंदन के एक व्यापारी के साथ धोखाधडी के मामले में 1996 में चंद्रास्वामी को गिरफ्तार किया गया था। राजीव गांधी हत्या मामले में भी उनपर हत्यारों की वित्तीय मदद करने के आरोप लगे थे।

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बाबा सारथी

इसका पूरा नाम बाबा सारथी देव है। ये खुद को भगवान का अवतार बताते है। एक बाद इस बाबा ने अपनी जगन्नाथुपी में अपनी रथयात्रा भी निकलवाई थी, जिसमें लाखों की संख्या में लोगों ने भाग लिया था। लेकिन, कुछ दिनो पहले ही एक होटल में एक छात्रा संग रंगरलियां मनाने, शराब पीने और नॉनवेज खाने के आरोप में अब गिरफ्तार हो चुके है। आरोप है कि बाबा जिस छात्रा के साथ होटल में ठहरे हैं वह उनकी लवर है। टीवी रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पहली बार नहीं है कि बाबा उससे मिलने गए थे। इससे पहले भी वे मुलाकात करते रहे हैं।

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