US ने ‘आतंक’ पर लगाई फटकार तो भडक़ा पाकिस्तान, फिर अलापा कश्मीर राग

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 23 अगस्त 2017, 5:48 PM (IST)

इस्लामाबाद। आतंकवादी संगठनों की मदद को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी पर पाकिस्तान ने एक बार फिर कश्मीर राग अलापा है। आतंकवादियों के लिए पनाहगाह मुहैया कराने के आरोपों से इनकार करते हुए पाक विदेश मंत्री ने कहा कि भौगोलिक वैश्विक राजनीति के जटिल पारस्परिक प्रभाव और आधिपत्य जमाने वाली नीतियां दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के खतरे के लिए जिम्मेदार हैं। ट्रंप ने आतंकवादियों के समर्थन को लेकर पाकिस्तान को खूब खरी-खोटी सुनाई थी, जिसके बाद पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बार फिर कश्मीर राग अलापा है। पाक ने कहा कि जम्मू कश्मीर विवाद का अनसुलझा रहना क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए सबसे बड़ी बाधा बना हुआ है।

अफगानिस्तान और व्यापक दक्षिण एशिया क्षेत्र पर ट्रंप की नई नीति की घोषणा के बाद आई है। विदेश कार्यालय ने कहा कि अफगानिस्तान और दक्षिण एशिया में नई अमेरिकी रणनीति पर बीती रात कैबिनेट के साथ हुई बैठक में चर्चा हुई और प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी एक व्यापक नीतिगत प्रतिक्रिया के तहत 24 अगस्त को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक के दौरान इस मुद्दे को उठाएंगे। पाकिस्तान ने अमेरिका के आरोपों पर निराशा जाहिर की है। पाक ने कहा दुनिया में कोई भी देश आतंकवाद के अभिशाप से पाकिस्तान से ज्यादा ग्रस्त नहीं है, जिन्हें अक्सर हमारी सीमाओं से बाहर अंजाम दिया जाता है। इसलिए यह खेदजनक है कि अमेरिकी नीति के बयान में आतंकवाद के खिलाफ प्रयास के तहत पाकिस्तानी राष्ट्र द्वारा किए गए बलिदानों की अनदेखी की गई।

विदेश कार्यालय ने कहा, पनाहगाहों के संदर्भ में झूठे कथनों पर भरोसा करने की बजाय अमेरिका को आतंकवाद के खात्मे के लिए पाकिस्तान के साथ काम करने की जरूरत है। शांति एवं सुरक्षा के लिए खतरे को जटिल वैश्विक नीतियों के पारस्परिक प्रभाव, कटुता उत्पन्न करने वाले विवादों और आधिपत्य जमाने वाली नीतियों का अनुसरण करने की नीति से अलग-थलग नहीं किया जा सकता। पाकिस्तान ने दोहराया, अफगानिस्तान संकट का कोई विशेष सैन्य समाधान नहीं है। पाकिस्तान अफगानिस्तान में स्थायी शांति के लिए अफगानिस्तान के नेतृत्व में बातचीत के जरिए किए जाने वाले समाधान का समर्थन करता है। पाकिस्तान आतंकवाद को हराने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है और देश आतंकवाद-रोधी प्रयासों का हिस्सा लगातार बना रहेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को अफगानिस्तान और साउथ एशिया पर अमेरिका की नई पॉलिसी जारी की थी। अपनी घोषणा में ट्रंप ने भारत से यह अपील की थी कि वह युद्धग्रस्त देश में अपनी भूमिका में और इजाफा करे और आतंकवादी समूहों को पनाह मुहैया कराने के लिए पाकिस्तान को चेतावनी दी थी।

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उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान में लोग आतंकवाद से पीडि़त हैं, लेकिन आज पाकिस्तान आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह भी है। अगर वह आतंकियों को इसी तरह सुरक्षित पनाह देता रहेगा तो हम चुप नहीं बैठ सकते। पाकिस्तान अक्सर अराजकता के एजेंटों, हिंसा और आतंकवाद को सुरक्षित पनाह देता रहा है। अमेरिका द्वारा आतंकी संगठन करार दिए गए 20 संगठन अफगानिस्तान और पाकिस्तान में सक्रिय हैं। पाकिस्तान अगर अफगानिस्तान में हमारी कोशिशों में हमारा साथ देता है, तो उसके पास पाने के लिए बहुत कुछ होगा, लेकिन अगर वह आतंकियों के लिए इसी तरह सुरक्षित ठिकाना बना रहा तो उसे अंजाम भुगतना होगा। ट्रंप ने कहा था, हम चाहते हैं कि भारत, अफगानिस्तान के विकास में बड़ी भूमिका निभाए। भारत, अमेरिका के साथ ट्रेड में अरबों डॉलर कमाता है, हम भारत के साथ एक गहरी रणनीतिक साझेदारी डेवलप करेंगे, लेकिन हम चाहते हैं कि वो अफगानिस्तान में हमारी ज्यादा मदद करे।

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