रेल हादसों पर सुरेश प्रभु ने पीएम मोदी से मिल की इस्तीफे की पेशकश

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 23 अगस्त 2017, 4:13 PM (IST)

नई दिल्ली। लगातार हो रहे ट्रेन हादसों की वजह से रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने इस्तीफे की पेशकश की है। सुरेश प्रभु ने बुधवार को एक के बाद एक कई ट्वीट्स किए और इशारों-इशारों मेंं बताया कि उन्होंने पीएम मोदी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। हांलांकि उन्होंने यह भी बताया कि पीएम मोदी ने उन्हें अभी इंतजार करने को कहा है। ज्ञातव्य है कि यूपी में 7 दिनों के भीतर हुए दो बडे रेल हादसों के बाद से सुरेश प्रभु अलोचकों के निशाने पर है। ज्ञातव्य है कि बीते शनिवार को उत्कल एक्सप्रेस और मंगलवार को कैफियत एक्सप्रेस की दुर्घटना के बाद रेलवे प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। विपक्ष ने इन हादसों पर सुरेश प्रभु को निशाने पर लेते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है।

इस पर सुरेश प्रभु ने इन हादसों की नैतिक जिम्मेदारी ली है और अपने इस्तीफे की पेशकश की है। सुरेश प्रभु ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मुझे इन दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं, यात्रियों के घायल होने और उनको हुए जान-माल के नुकसान से बहुत ज्यादा पीड़ा हुई है। साथ ही सुरेश प्रभु ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि पीएम मोदी की कल्पना वाले न्यू इंडिया को एक ऐसे रेलवे की जरूरत है, जो सक्षम और आधुनिक हो।

रेलवे प्रशासन पर लापरवाही का आरोप:


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ज्ञातव्य है कि यूपी में 7 दिनों में हुए दो बडे हादसों में रेलवे पर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। ज्ञातव्य है कि मंगलवार देर रात ओरैया के पास आजमगढ से दिल्ली जाने वाली कैफियत एक्सप्रेस ट्रेन के 10 डिब्बे पटरी से उतर गए। यह रेल हादसा इस कारण हुआ कि यहां रेलवे के काम में लगा बालू से भरा एक डंपर ट्रैक पर पलट गया था। डंपर पलटने के बाद ड्राइवर वहां से भाग गया और उसने इसकी सूचना रेलवे के किसी अधिकारी को भी नहीं दी। इस वजह से कैफियत एक्सप्रेस इस डंपर से टकराकर पलट गई।

इस हादसे मेें 78 लोग घायल हो गए। वहीं इससे पहले गत शनिवार को मुजफ्फरनगर जिले के खतौली में कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो गई थी। इस रेल हादसे में 22 लोगों की जान चली गई थी और 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। इस ट्रेन हादसे की वजह बताई जा रही है कि उस ट्रैक पर मरम्मत का काम चल रहा था और इसकी जानकारी किसी को नहीं दी गई थी।

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