लंदन। मशहूर कमेंटेटर ज्यॉफी बॉयकॉट अपने जमाने के दिग्गज बल्लेबाज माने जाते थे। बॉयकॉट ने वर्ष 1964 से 1982 तक इंग्लैंड के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला। बॉयकॉट ने 108 टेस्ट में 47.72 के औसत से 42 अर्धशतक व 22 शतकों की बदौलत 8114 रन बनाए थे। साथ ही 36 वनडे में वे 36.06 के औसत से 1082 रन बनाने में सफल रहे।
इस बीच, 76 वर्षीय बॉयकॉट को अपनी एक टिप्पणी के लिए माफी मांगनी पड़ गई। बॉयकॉट ने वेस्टइंडीज के खिलाफ हाल ही खत्म हुए पहले डे नाइट टेस्ट में इंटरवेल के दौरान एक सवाल की जवाब में यह गलत टिप्पणी कर दी थी। बॉयकॉट ने कहा कि उन्हें नाइटहुट हासिल करने के लिए चेहरे पर कालिख पोतनी होगी।
उन्होंने कहा कि वेस्टइंडीज के क्रिकेटरों में नाइटहुड रेवड़ी की तरह बांटा जा रहा है। द डेली मिरर ने इस कार्यक्रम में शामिल एक मेहमान के हवाले से बताया कि बॉयकॉट ने कहा था, मुझे दो बार नकार दिया गया। बेहतर है कि अपने मुंह पर कालिख पोत दूं।
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बॉयकॉट ने बात बढऩे के बाद मंगलवार को ट्विटर पर माफी मांग ली। उन्होंने
लिखा कि अनौपचारिक बातचीत के दौरान मुझसे सवाल किया गया और मुझे लगता है कि
मेरा जवाब अस्वीकार्य था। मेरे मन में किसी के प्रति द्वेष नहीं था लेकिन
मैंने जो कुछ भी कहा वह पूरी तरह से गलत था और मैं उसके लिए माफी मांगता
हूं।
मैं वेस्टइंडीज के क्रिकेटरों को चाहता हूं और उसके खिलाडिय़ों के लिए
मेरे दिल में बहुत सम्मान है। इंडीज के विव रिचड्र्स, गारफील्ड सोबर्स और
कर्टली एंब्रोस को नाइटहुड की उपाधि से सम्मानित किया जा चुका है।
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