पुरोहित की जमानत पर राजनीति: विपक्षी दलों के हमले पर बीजेपी का पलटवार

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 21 अगस्त 2017, 4:36 PM (IST)

नई दिल्ली। 2008 मालेगांव विस्फोट मामले में मुख्य अभियुक्त पूर्व लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित को नौ साल जेल में बिताने के बाद सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई। लेकिन, पुरोहित को जमानत मिलते ही इस मामले पर एक बार फिर राजनीति शुरू हो गई है। एक ओर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। वहीं, बीजेपी ने भी केंद्र सरकार का बचाव करते हुए कांग्रेस पर पलटवार किया है। कर्नल पुरोहित को जमानत मिलने का फैसला सामने आते ही कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों ने बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला है। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि बीजेपी के शासनकाल में एक-एक कर हिंदूवादी संगठनों से जुड़े आरोपियों को क्लीनचिट दी जा रही है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि सारे ब्लास्ट केसों में बीजेपी की सरकार संघ से जुड़े आरोपियों को बचा रही है। उन्होंने एनआईए को भी कठघरे में खड़ा किया है। दिग्विजय सिंह ने अगले ट्वीट में लिखा कि एनआईए चीफ को दो बार एक्सटेंशन इसी वजह से दिया जा रहा था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने कहा कि बेल मिलने का यह मतलब नहीं है कि आपको बरी कर दिया गया है और आप निर्दोष हैं। एमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर नाराजगी जाहिर की है।

ओवैसी ने कहा है कि मालेगांव ब्लास्ट मामले में कर्नल पुरोहित के खिलाफ पूरे साक्ष्य हैं। ओवैसी ने कहा कि जनवरी 2009 में एटीएस ने जो चार्जशीट फाइल की थी उसमें सारे सबूतों का जिक्र था, ऑडियो-विडियो का जिक्र। एटीएस चार्जशीट के हवाले से ओवैसी ने कहा कि ब्लास्ट के लिए 4 बैठकें आयोजित की गई थीं और उन सबमें कर्नल पुरोहित मौजूद थे। साथ ही ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा है।

उन्होंने कहा कि 2014 में जबसे मोदी देश के पीएम बने हैं आप ऐसे केसों का एक पैटर्न देख सकते हैं जिनमें हिंदू संगठनों से जुड़े आरोपियों को राहत मिली है। ओवैसी ने कहा कि मुझे नहीं पता कि एनआईए ने सुप्रीम कोर्ट में साक्ष्य रखे या नहीं, लेकिन मैं इतना जानता हूं कि पुरोहित के खिलाफ कई साक्ष्य थे।

सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने कहा है कि एनआईए की विश्वसनियता सवालों के घेरे में है। येचुरी ने कहा कि एनआईएन ने जिनपर केस दर्ज कराया, आज उन्हीं को जमानत मिल रही है। येचुरी ने राजनाथ सिंह के उस बयान का जिक्र किया जिसमें उन्होंने आतंक के खिलाफ एनआईए की कार्रवाइयों की तारीफ की थी। येचुरी ने सवाल किया आज वही एनआईए जिन्हें दोषी बताती है, वे छूट रहे हैं।

वहीं, कर्नल पुरोहित की जमानत के बाद बीजेपी ने मोदी सरकार का बचाव करते हुए कांग्रेस पर ही हमला बोल दिया है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने हिंदू आतंकवाद जैसे शब्द का गठन किया था। देश के तत्कालीन गृहमंत्री ने सोनिया गांधी की उपस्थिति में इसका जिक्र किया था। बाद में पी चिदंबरम ने भी इसे हवा दी थी। राहुल गांधी ने भी अमेरिकी राजदूत से कहा था कि उन्हें हिंदू आतंकवाद से डर लगता है। संबित पात्रा ने कहा कि आज कांग्रेस की साजिश बेनकाब हो गई।

ये है मामला, साध्वी प्रज्ञा को पहले ही मिल चुकी है जमानत

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आपको बता दें कि 29 सितंबर 2008 को मालेगांव ब्लास्ट में 7 लोगों की मौत हुई थी। इस केस में साध्वी प्रज्ञा के साथ कर्नल पुरोहित भी आरोपी हैं। साध्वी प्रज्ञा को पहले ही जमानत मिल गई है। अब कर्नल पुरोहित को नौ साल जेल में बिताने के बाद सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई। न्यायमूर्ति आर.के. अग्रवाल और न्यायमूर्ति अभय मनोहर सप्रे ने पुरोहित को इस हिदायत के साथ सशर्त जमानत दी कि वह सबूतों से छेड़छाड़ नहीं करेंगे।

पुरोहित ने शीर्ष अदालत से कहा कि आज तक उनके खिलाफ आरोप तय नहीं किए गए और महाराष्ट्र संगठित अपराध रोकथाम अधिनियम (मकोका) के तहत लगाए गए आरोप उन पर से हटा लिए गए हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि वह जेल में नौ साल से हैं और इसलिए उन्हें जमानत मिलनी चाहिए। पुरोहित ने 25 अप्रैल के बंबई उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती दी थी, जिसने इस मामले में आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को तो जमानत दे दी थी, पर पुरोहित की याचिका खारिज कर दी थी।

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