अमरूद है पौष्टिक व अमृतफल

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 17 अगस्त 2017, 2:46 PM (IST)

अमरूद है पौष्टिक व अमृतफल
अमरूद पौष्टिकता से भरपूर फल माना जाता है, इससे संस्कृत में अमृतफल कहते हैं। अमरूद को अफ्रीका का सेब भी कहा जाता है। क्योंकि सर्दी जुकाम में अमरूद के बीजों का चूर्ण पानी के साथ लेने से आराम मिलता है। यह पेट की अनेक बीमारी जैसे मंदाग्रि, कब्ज आदि की शिकायत नहीं होती है। अमरूद बीजों को भी औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है।

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अमरूद में विटामिन सी की अधिकता होने के कारण यह त्वचा से संबंधित बीमारियों को कम करता है और स्किन को ग्लोंइग करता है।

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पेट की जलन हो, गुडगुडाहट हो, हाथ पैरों में जलन होती हो, तो हर रोज भोजन के एक घंटे बाद पके हुए एक अमरूद का सेवन करें। इससे इन बीमारी से राहत मिलेगी।

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खाने के साथ अमरूद की चटनी और खाना खाने के बाद अमरूद का मुरब्बा तीन महीने तक खानेसे हृदय रोग में लाभ होता है। इससे रक्त संबंधी विकार भी होता है।

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एक अमरूद सुबह भोजन के बाद शाम को डेढ महीने तक सेवन करने से मस्तिष्क की मांसपेशियों को शाक्ति प्राप्त होती है तथा मस्तिष्क की गर्मी शांत होती है।

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