भिवानी।
हरियाणा में एक मां ने ही अपनी ही बेटी की हत्या कर दी। पुलिस को आंशका है
कि यह मामला आॅनर किलिंग का है। बेटी पूजा का कसूर ये था कि वो घर से
लापता होकर 7-8 दिन एक लङके साथ रही थी। हैरानी की बात ये ही कि हत्यारों
ने पूजा के शव को खुर्दबुर्द करने के लिए पहले से मृत एक व्यक्ति की चिता
में जला दिया।
बवानीखेङा पुलिस की गिरफ्ता में आई ये महिला सुनीता
है। सुनीता जमालपुर गांव की रहने वाली है। आरोप है कि सुनीता ने अपनी ही
बेटी को जहर देकर मौत की निंद सूला दिया था। इस आरोप में पुलिस ने 10 नामजद
आरोपियों में से पांच को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन हत्यारी मां
करीब एक साल से फरार चल रही थी।
बताया जाता है कि 12वीं कक्षा की
छात्रा पुजा, निवासी जमालपुर गांव, मार्च 2016 में पङोस के ही एक लङके के
साथ 7-8 दिन तक घर से लापता हो गई थी। जब वो दोनों वापस आए तो पूजा के घर
वालों ने काफी पूछताछ की। कई दिनों बाद पूरी बात का पता चला। इसके बाद करीब
दो-तीन महिने बाद पूजा की मां सुनीता ने अन्य 10 लोगों के साथ मिलकर पुजा
को जहर देकर हत्या कर दी।
बवानीखेङा थाना प्रभारी श्री भगवान ने
बताया कि पङोस के लङके के साथ 7-8 दिन घर से लापता होने पर पुजा के परिजनों
ने उसकी हत्या कर दी। उन्होने बताया कि शव को खुर्दबुर्द करने के लिए
हत्यारे परिजनों ने पूजा के शव के गांव के शमशानघाट में जल रही एक अन्य
चिता में ही जला दिया। उन्होन बताया कि इस मामले में 10 नामजद लोगों को
पहले ही गिरफ्तार कर लिया है और अब हत्यारी मां, जो एक साल से फरार चल रही
थी, को भी गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया है।
बता दें कि
परिजनों द्वारा शव खुर्दबुर्द कर सभी सबूत मिटाने के लिए उसकी चिता को 27
जून 2017 को उसी दिन मृतक नरेश की चता में तेज छिङक कर जला दिया। नरेश की
खेत में मौत हो गई थी। नरेश का सुबह 10 बजे अंतिम संस्कार किया गया था। उसी
चिता में पूजा के शव को दोपहर एक बजे जला दिया गया। मामले में कोई शिकायत
ना मिलने तथा सबूत मिटाने के बाद पुलिस को पूरे मामले की मुखबरी मिली।
जिसके आधार पर जांच के बाद पूरी घटना का खुलासा हुआ। फिलहाल हत्या मामले
में चार आरोपी अभी भी फरार हैं।
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