मेला सांस्कृतिक और सामाजिक मेल का प्रतीक है गोगामेड़ी का मेला : राठौड़

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 16 अगस्त 2017, 10:02 PM (IST)

चूरू। लोक देवता और हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक जाहरवीर गोगाजी के जन्मोत्सव पर बुधवार को चूरू जिला मुख्यालय स्थित ऐतिहासिक गोगामेड़ी में वार्षिक मेले का आयोजन हुआ। मेले में पंचायतीराज मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने शिरकत करते हुए निशान लेकर मेडी पहुंचे गोगाभक्तों को पगड़ी एवं साफा पहनाकर तथा श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया। इस पर गोगाभक्तों ने मंत्री राठौड़ के गले में काले नागों की माला पहनाकर उनका सम्मान किया। इस मौके पर पूर्व विधायक एवं कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष मकबूल मंडेलिया भी कांग्रेसजनों के साथ अपने खेमे में मौजूद रहे और गोगाभक्तों का अभिनंदन किया।

जन-जन की आस्था के प्रतीक लोक देवता जाहरवीर के इस वार्षिक मेले में शहर एवं आसपास के क्षेत्रों से पारम्परिक वाद्य यंत्रों डेरू, ढोल-झींझा की गगनभेदी ध्वनि के साथ गोगाजी के जयकारों के बीच गोगाजी के निशान एवं छड़ियों की गोगामेडी में धोक लगाई गई। गोगाभक्त जहरीले गोह, नाग और तरह-तरह के सांपों को हाथों में लिये ढोल—झींझे की धुन पर नृत्य करते हुए मंदिर पहुंचे और श्रृद्धापूर्वक गोगाजी के समक्ष नतमस्तक हुए। जन-जन की आस्था के प्रतीक जाहरवीर गोगाजी महाराज के इस मेले में हिन्दु-मुस्लिम श्रद्धालुओं ने गोगाजी को धोक लगाकर परिवार की खुशहाली की कामना की। इस मौके पर मंत्री राठौड़ ने कहा कि चूरू का यह मेला सांस्कृतिक और सामाजिक मेल का प्रतीक है। बरसों से यह मेला लग रहा है, जहां गली-गली में बने गोगामेड़ी से लोग निशान लेकर यहां शीश नवाने के लिए आते। सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारे का प्रतीक इस मेले हिन्दू और मुस्लिम सभी संप्रदाय के लोग आते हैं।

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