गोरखपुर कांड पर भावुक हुए योगी, बोले-दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 13 अगस्त 2017, 5:06 PM (IST)

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उस अस्पताल का दौरा किया, जहां पांच दिनों में 60 बच्चों की मौत हो गई है। उन्होंने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। इस दौरान योगी को आम जनता के गुस्से का सामना करना पड़ा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा के साथ बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सरकार द्वारा बनाई गई जांच समिति की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। अगर इसमें अस्पताल की तरफ से किसी लापरवाही की बात पता चलती है तो उनकी सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी। उन्होंने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में कही गई अपनी बात को दोहराया, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। हालांकि, अस्पताल के निरीक्षण के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान योगी आदित्यनाथ भावुक नजर आए।

योगी ने की वायरस शोध केंद्र स्थापित करने की मांग


आदित्यनाथ ने केंद्र सरकार से राज्य के पूर्वी हिस्से में एक वायरस शोध केंद्र स्थापित करने की मांग की, ताकि विषाणुओं से फैलने वाली बीमारियों जैसे एनसेफेलाइटिस आदि से लड़ा जा सके, जिससे हर साल कई मौतें होती हैं। आदित्यनाथ ने कहा, पूर्वी उत्तर प्रदेश का माहौल ही ऐसा है कि यहां एनफेलाइटिस जैसी कई बीमारियां फैलती रहती हैं। इसे रोकने के लिए हमें केंद्रीय वायरस शोध संस्थान स्थापित करने की जरूरत है।

मासूमों की मौत की जांच होना बहुत जरूरी


योगी ने कहा कि मासूमों की मौत की जांच होना बहुत जरूरी है ताकि सही तथ्य सामने आ सकें। उन्होंने बताया कि कॉलेज के प्राचार्य के खाते में 7 अगस्त को पैसा आ गया था। ऐसे में इस बात की जांच की जाएगी कि आखिर यह पैसा ऑक्सिजन सप्लाइ करने वाली कंपनी को क्यों नहीं दिया गया। योगी ने कहा कि इस मामले में जो कार्रवाई होगी, वह एक मानक स्थापित करेगी। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

गुलाम नबी आजाद पर योगी का निशाना

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद पर निशाना साधते हुए योगी ने कहा कि यूपीए सरकार में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री रहने के दौरान आजाद ने गोरखपुर को यह कहते हुए मदद देने से इनकार कर दिया था कि यह राज्य सरकार का मामला है। उन्होंने कहा, जिनकी संवेदनाए मर चुकी हैं, वे अब संवेदनशील बन रहे हैं, घाव पर नमक छिडक़ रहे हैं। योगी ने कहा कि बच्चों पर उनसे ज्यादा संवेदनशील कोई नहीं हो सकता, वह पिछले कई सालों से इंसेफेलाइटिस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद वह चौथी बार बीआरडी मेडिकल कॉलेज आए हैं।

योगी की मीडियाकर्मियों को सलाह

इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडियाकर्मियों को नसीहत देते हुए कहा कि वे वॉर्ड के अंदर जाकर सही हालात का पता लगाएं और फिर रिपोर्टिंग करें। उनके साथ मौजूद केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार इस संबंध में राज्य सरकार की हर मदद करने को तैयार है।

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नड्डा ने कहा कि केंद्र ने गोरखपुर में वायरस शोध संस्थान स्थापित करने के लिए 85 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। नड्डा ने कहा, केंद्रीय स्तर का वायरस शोध केंद्र स्थापित करने को मंजूरी दे दी गई है। इसके स्थापित होने से क्षेत्र में वारयस जनित बीमारियों की असली वजह का पता चल सकेगा और स्थायी समाधान किया जा सकेगा। शुरुआत में यह जानकारी दी गई थी कि बीआरडी कॉलेज में बच्चों की मौत लिक्विड ऑक्सीजन की कमी से हुई है, लेकिन आदित्यनाथ ने शनिवार को बयान दिया कि ये मौतें एनसेफेलाइटिस और अन्य कारणों से हुई हैं। इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल और स्वास्थ्य सचिव सी. के. मिश्रा ने अस्पताल का दौरा किया था। बीआरडी कॉलेज के प्रधानाचार्य आर. के. मिश्रा को निलंबित कर दिया गया है।

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