डच एथलीट शिपर्स ने जीता महिलाओं की 200 मीटर रेस का स्वर्ण

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 12 अगस्त 2017, 5:09 PM (IST)

लंदन। नीदरलैंड्स की एथलीट डाफने शिपर्स ने अपने विश्व चैम्पियनशिप का खिताब बरकरार रखा है। शिपर्स ने शुक्रवार रात महिलाओं की 200 मीटर रेस की स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। 25 वर्षीया एथलीट शिपर्स ने अपने सीजन का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 22.05 सेकेंड में इस रेस को पूरा कर विश्व चैम्पियनशिप का खिताब जीता।

शिपर्स के नाम विश्व चैम्पियनशिप का रिकॉर्ड भी है। उन्होंने 28 अगस्त, 2015 में बीजिंग में आयोजित इस रेस को 21.63 सेकेंड में पूरा कर रिकॉर्ड दर्ज किया था। इसके अलावा, इस स्पर्धा में इवोरिया की एथलीट मारिया जोसे टा लेउ ने 22.08 सेकेंड में इस रेस को पूरा कर रजत पदक पर कब्जा जमाया।

बहामास की एथलीट शौनाए मिलेर उइबो ने 22.15 सेकेंड में इस रेस को जीतकर कांस्य पदक अपने नाम किया। इस स्पर्धा का विश्व रिकॉर्ड अमेरिका की एथलीट फ्लोरेंसे ग्रिफिथ जोनेर के नाम है। उन्होंने 29 सितम्बर, 1988 में इस रेस को 21.34 सेकेंड में पूरा कर यह उपलब्धि हासिल की।


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रूस की तटस्थ एथलीट ने जीता पदक

विश्व चैम्पियनशिप में महिलाओं की लंबी कूद स्पर्धा में रजत पदक जीतने वाली डार्या क्लिशीना तटस्थ झंडे के तहत हिस्सा लेने वाली रूसी एथलीट हैं। क्लिशीना का कहना है कि वह केवल प्रतियोगिता में अपना ध्यान केंद्रित कर काफी खुश हैं। क्लिशीना ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर विश्व चैम्पियन और अमेरिकी ओलम्पिक चैम्पियन ब्रिटनी रीसे के बाद दूसरा स्थान हासिल किया। रूस की 26 वर्षीया एथलीट अपने पहले पदक को जीतकर काफी खुश है।

उल्लेखनीय है कि क्लिशीना उन 19 रूसी एथलीटों में शामिल हैं, जिन्हें तटस्थ झंडे के तहत लंदन चैम्पियनशिप में हिस्सा लेने का मौका मिला है, क्योंकि आईएएफ डोपिंग रिव्यू बोर्ड का कहना था कि ये एथलीट अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रतिस्पर्धा करने के लिए असाधारण योग्यता मानदंडों को पूरा करने में सक्षम रहे हैं। पिछले साल रियो ओलम्पिक के आयोजन से पहले रूस के सभी एथीलीटों को डोपिंग विवादों के कारण प्रतिबंधित किया गया था।

हालांकि, क्लिशीना एकमात्र एथलीट थी, जिन्होंने इन ओलम्पिक खेलों में हिस्सा लिया था। इतने लंबे सफर के बाद अब वह अपनी प्रतियोगिता में ध्यान केंद्रित कर पाई हैं। अपने एक बयान में क्लिशीना ने कहा, यह कई साल के इंतजार का परिणाम है। मैं इस प्रकार का परिणाम ओलम्पिक खेलों में चाहती थी, लेकिन मेरी आस-पास की स्थिति के कारण मुझे कोई मौका नहीं मिलास लेकिन अब यह बिल्कुल सही समय है। मैं अब केवल अच्छे परिणाम पर ध्यान केद्रित करना चाहती हूं।

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