चंडीगढ। हरियाणा के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे द्वारा वर्णिका कुंडू के साथ की गई छेडछाड के विरोध में और यह संदेश देने के लिए कि महिलाएं किसी भी समय कहीं भी आने जाने के लिए आजाद हैं, चंडीगढ में सैकड़ों महिलाओं ने देर रात मार्च किया। मार्च शुक्रवार रात 11 बजे सेक्टर 16 में स्थित चंडीगढ़ रोज गार्डन से शुरू हुआ और गेरी रूट के नाम से मशहूर सेक्टर 10 और 11 के रास्ते निकला गया। मार्च में शामिल युवतियों और उम्रदराज महिलाओं ने बेखौफ आजादी मार्च निकालते हुए कहा कि वे यहां के पीछा करने वाले और सांभ्रांत गुंडों के खिलाफ सडकों पर अपना हक जताने के लिए निकली हैं।
मार्च में शामिल कार्यकर्ता एमी सिंह ने कहा, हमने सभी को यह संदेश देने के लिए सडक़ों पर उतरे हैं कि महिलाएं किसी भी समय कहीं भी आने जाने के लिए आजाद हैं और वे पुरुषों का दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं करेंगी। यह विरोध प्रदर्शन विकास बराला और उसके दोस्त आशीष कुमार द्वारा हरियाणा कैडर के शीर्ष आईएएस अधिकारी वी.एस. कुंडु की बेटी का पीछा और छेड़छाड़ करने के एक सप्ताह बाद आयोजित किया गया।
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दोनों आरोपियों को पांच अगस्त को गिरफ्तार कर लिया गया था। लेकिन जल्द ही
वे जमानत पर छूट गए। हालांकि मीडिया के दबाव के चलते पुलिस ने बाद में
उन्हें भारतीय दंड संहिता की गैर जमानती धाराओं 365 और 511 (अपहरण के
प्रयास) के तहत फिर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों को शुक्रवार को दो दिनों
की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। उन्हें शनिवार को फिर से अदालत में पेश
किया जाएगा।
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