काठमांडू।
भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गुरुवार को काठमांडू में नेपाल के
प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा से मुलाकात की। इसी साल जून में नेपाली
कांग्रेस के नेता देउबा को नेपाल का प्रधानमंत्री चुना गया और उसके बाद से
दोनों देशों के नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात है। भारतीय विदेश मंत्रालय
के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, भारत और नेपाल के बीच मित्रता और
समन्वय का अनूठा संबंध। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने नेपाल के
प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा से मुलाकात की।
नेपाल का
प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद देउबा 23 अगस्त को अपने पहले विदेश दौरे के
तहत भारत आ रहे हैं। इससे थोड़ा ही पहले सुषमा उनसे मिलने पहुंचीं हैं। साथ
ही, सुषमा का यह नेपाल दौरा आगामी सोमवार को चीन के उप प्रधानमंत्री वांग
यांग की नेपाल यात्रा से ठीक पहले हुआ है। भारत वांग यांग की नेपाल यात्रा
पर करीब से निगाह रखेगा। सुषमा के नेपाल दौरे से ठीक एक दिन पहले नेपाल के
उप प्रधानमंत्री कृष्ण महारा ने कहा था कि भारत और चीन के बीच डोकलाम को
लेकर चल रहे सीमा विवाद में नेपाल किसी भी देश का पक्ष नहीं लेगा।
महारा
नेपाल के विदेश मंत्री भी हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि नेपाल चाहता है
कि भारत और चीन शांतिपूर्ण वार्ता के जरिए इस समस्या का समाधान निकालें।
नेपाल दौरे पर सुषमा शुक्रवार को बिम्सटेक की 15वीं मंत्रीस्तरीय बैठक में
हिस्सा लेंगी। बिम्सटेक शीर्ष अधिकारियों की बैठक का 18वां सत्र गुरुवार
सुबह राजधानी में शुरू हुआ। नेपाल के एक अधिकारी ने कहा कि बिम्सटेक में
भारत का महत्वपूर्ण स्थान है। नेपाल, क्षेत्रीय समूह का वर्तमान अध्यक्ष
है। सदस्य देश इसी साल बाद में नेपाल में ही होने वाले चौथे बिम्सटेक शिखर
सम्मेलन की तारीख तय करने को लेकर चर्चा करेंगे।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
बिम्सटेक बैठक के
प्रमुख एजेंडे में सदस्य देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौते को अंतिम रूप
देना है। इसके अलावा सुषमा नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी, विपक्ष
के नेता के. पी. ओली, माओवादी नेता और पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल
‘प्रचंड’ और कुछ मधेशी नेताओं से भी मुलाकात करेंगी।
ये भी पढ़ें - यहां डॉक्टर नहीं, भूत-प्रेत करते है इलाज