करौली: प्राकृतिक सौंदर्य बिखेर रहा ध्रुवघटा, बहने लगे झरने, पहुंचे सैकड़ों सैलानी

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 10 अगस्त 2017, 2:22 PM (IST)

अवनीश पाराशर
करौली। जिला से 40 किमी दूर मासलपुर तहसील के दुर्गम पहाड़ियों पर स्थित ध्रुवघटा पर दो दिन की बारिश से रीते पड़े झरनों में पानी का बहाव होने लगा है । इसके बाद जिले के अलावा आसपास के कई जिलों से पर्यटकों का ध्रुवघटा पर प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ लेने के लिए आवागमन भी शुरू हो चुका है। दो दिन में करीबन एक हजार से अधिक पर्यटक इस स्थल पर दोस्तो,परिजनों व परिचितों के साथ मौज मस्ती लेने पहुंच चुके हैं।

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कभी डकैतों के आतंक का केंद्र ध्रुवघटा निर्जन स्थान था जिसे दक्षिण भारत में जन्मे ओर संस्कृत में पीएचडी उपाधि धारण कर स्वामी हरेंद्रानंद सरस्वती इस निर्जन क्षेत्र में पहुंचे। वहाँ अपनी तपस्या और परिश्रम से इसका सौन्दर्यकरण किया एवं राजा ध्रुव की तपोस्थली होने के कारण इस क्षेत्र को ध्रुवघटा का नाम देकर प्रदेश के प्राकृतिक धरोहरों में सम्मिलित कर दिखाया।


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सार्वजनिक निर्माण विभाग यहाँ आवागमन के रास्तोंं का निरीक्षण किया एवं 20 लाख रुपये से सड़क निर्माण किये जाने की योजना बनाई।

प्रकृति से जुड़ी हुई कई रोगों की औषधियां, रुद्राक्ष सहित कई पेड़ों व सभी उपनिषदों, पुराणों का आश्रम में संग्रहन किया गया है।

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