पीएचईडी के जल शोधन संयंत्र, ट्रीटमेंट प्लांट का किया निरीक्षण

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 02 अगस्त 2017, 11:43 PM (IST)

धौलपुर। जिला कलेक्टर शुचि त्यागी ने बुधवार को धौलपुर शहर में स्थित पीएचईडी और रूडिप के जल शोधन संयंत्र और वाटर ट्रीटमेन्ट प्लान्टों का औचक निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिला कलेक्टर सबसे पहले चम्बल पुल के पास स्थित जल शोधन संयत्र और इन्टेक वेल पहुॅंची। यहॉं 370-370 किलोवाट के 6 पम्प कार्यरत हैं।

जिला कलेक्टर ने कहा कि अमृत योजना संचालित होने के बाद शहर में पानी की सम्भावित बढी जरूरत के हिसाब से पम्म हाउस की जरूरत का खाका तैयार करे। उन्होंने किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति को इस परिसर में न घुसने देने,सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने और सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने पूर्णतया कम्प्यूटराइज्ड कन्ट्रोल रूम का निरीक्षण किया और इसकी कार्य प्रणाली समझी। भरतपुर को जा रही पाइपलाइन का निरीक्षण कर चौकसी बढाने के निर्देश दिए। यहां बन रहे रेस्ट हाउस के निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने 2.56 करोड लीटर क्षमता का रॉ वाटर रिजर्वेयर देखा । इसमें चम्बल का पानी आता है जिसे बाद में जल शोधन संयंत्र में साफ किया जाता है। सागरपाडा में 9.6 मिलियन लीटर पानी को प्रति दिन साफ करने वाले संयत्रा का अवलोकन किया। इस संयत्र से धौलपुर शहरी पेयजल योजना संचालित है। रूडिप द्वारा निर्मित 15 मिलियन लीटर पानी को प्रति दिन साफ करने वाले संयत्रा का अवलोकन किया। पुराने और नये संयंत्रा के पम्प हाउस को इन्टीग्रटेड करने के लिए अधिकारियों से तकनीकि चर्चा कर रिपोर्ट बनाने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने पानी को शुद्ध करने के लिए डाली जाने वाली दवाओं का स्टॉक रजिस्टर देखा तथा निर्देश दिए कि वर्षा के मौसम को देखते हुए विशेष चौकसी बरते और दवा सही मानक के अनुरूप ही डाले।

इसके बाद जिला कलेक्टर सागरपाडा में रूडिप द्वारा बनवाये गये 3 एमएलडी क्षमता के वेस्ट ट्रीटमेन्ट प्लान्ट का भी निरिक्षण किया। जिला कलेक्टर ने संयंत्र के आसपास हो रहे अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए। ट्रीटमेन्ट प्लान्ट में सीवरेज को ट्रीट न करके इसे सीधे बीहड में डालने पर नाराजगी जताते हुए धौलपुर उपखण्ड अधिकारी मनीष फौजदार को जॉंच करने के निर्देश दिए। ट्रीटमेन्ट प्लान्ट के नाले के एक हिस्से को तुडवाकर सैम्पल लिया,जिसकी लैब में जॉंच करवाई जायेगी। ट्रीटमेन्ट प्लान्ट के प्रशासनिक भवन की दीवारों में दरार देखकर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर हरफूल सिंह यादव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे

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