नाहन। खेलों से व्यक्ति का शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास होता है
जिससे व्यक्ति में अनुशासन, प्रतिस्पर्धा व परिश्रम की भावना उत्पन्न होती
है जो उनके जीवन के लक्ष्य को हासिल करने में सार्थक सिद्ध होती है।
यह उदगार उपायुक्त सिरमौर बीसी बडालिया ने शिलाई केे समीप हलंह
में तीन दिवसीय 18वीं शहीद कल्याण सिंह मेमोरियल खेल-कुद प्रतियोगिता के
शुभारम्भ अवसर पर बतौर मुख्यातिथि उपस्थित विशाल जनसमूह को संबोधित करते
हुए व्यक्त किए। इससे पहले उन्होंने शहीद कल्याण सिंह की प्रतिमा पर
माल्यार्पण कर श्रद्धांजली अर्पित की। इसके अलावा उपायुक्त ने शहीद कल्याण
सिंह की माता व धर्म पत्नी को शॉल पहनाकर समानित किया।
उपायुक्त अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों
में खेलकूद गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए आधारभूत ढांचे का सृजन किया जा
रहा है और पंचायत स्तर पर खेल मैदान निर्मित किए जा रहे है। उन्होने कहा
कि सरकार द्वारा उत्कृष्ट खिलाड़ियों को नौकरियों में तीन प्रतिशत का आरक्षण
भी प्रदान किया जा रहा है।
उन्होंनेे कहा कि यह गौरव का विषय है कि सिरमौर के अनेक मेधावी खिलाड़ियों
ने राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतिस्पधाओें में भाग लेकर
प्रदेश और देश का नाम ऊंचा किया है। जिसमें सिरमौर के समरेशजंग, गीता
गोसाई, सीता गोसाई, प्रियंका नेगी, रीतू नेगी, अरूणा तोमर, गुलशन चौहान
इत्यादि अनेक विभूतियां प्रमुख है। उन्होने छात्राओं का आहवान किया कि वह
सिरमौर के प्रतिभावान खिलाड़ियों से प्रेरणा लेकर खेल के क्षेत्र में आगे
बढ़े।
इस मौके पर सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग द्वारा अनुबंधित नाट्य दल साधना
कला मंच के कलाकारों द्वारा गीत संगीत व नुक्कड़ नाटक के माध्यम से वर्तमान
सरकार के साढे चार वर्ष की उपलब्धियों तथा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं
की जानकारी लोगों को दी गई।
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