बहराइच । गुरुवार रात घर में सो रहे एक 7 वर्षीय मासूम को
तेंदुआ उठा ले गया। इसकी भनक तब लगी जब शुक्रवार सुबह बच्चा अपने बिस्तर से
गायब था। परिजनों ने बच्चे को ढूंढना शुरू किया काफी देर बाद पास के ही एक
बाग में मासूम का क्षत विक्षत शव पड़ा मिला।
शव को देखते ही मां-बाप पछाड़ खाकर रोने लगे। घर में बच्चे की मौत की सूचना
पर कोहराम मच गया। तेंदुए के हमले से नाराज ग्रामीणों ने सड़क पर जाम लगा
दिया। जिससे काफी देर तक आवागमन भी प्रभावित रहा। आलाधिकारियों के समझाने
के बाद जाम खुल सका। वन विभाग की और से मृत बालक के परिजनों को दस हजार की
तात्कालिक सहायता दी गई है। तेंदुए की तलाश में टीम गठित कर कामिंबग शुरू
तेज कर दी है फिलहाल अभी तक उस आदमखोर तेंदुए का कुछ पता नहीं चल सका है।
रामगांव
के मुकेरिया गांव में रमेश पाल का मकान है। उनका उनका पांच साल का पुत्र
संजय बरामदे में सोया हुआ था। देर रात उसे तेंदुआ उठा ले गया। इसकी भनक
किसी को नही लगी। शुक्रवार की भोर में लगभग साढ़े चार बजे जब घर के लोग
जगे। तो बालक को न देख सब परेशान हो गए और उसकी तलाश शुरू हुई। उसी दरम्यान
बालक का क्षत विक्षत शव गांव के बाहर स्थित प्राथमिक विद्यालय के पीछे
झाड़ियों में दिखाई पड़ा जिसके बाद परिजनों समेत पूरे ग्राम में सनसनी फैल
गयी।
कुछ माह पूर्व इसी इलाके के आजाद नगर में भी एक बालिका को
तेंदुए ने निवाला बनाया था। घटना से लोगों में आक्रोश फैल गया और भारी भीड़
जमा हो गई। नाराज लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया। जिससे यातायात ठप्प हो
गया। एसडीएम के समझाने पर साढ़े तीन घंटे बाद जाम हटा। पुलिस ने शव को
कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा।
रेंजर रुस्तम परवेज ने बताया
कि मृत बालक के परिवार को 10 हजार रुपये की तात्कालिक सहायता दी है। तेंदुए
को पकड़ने के लिए टीम बुलाई जा रही है।
आईएएनएस
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