सीमा पर तनाव: चीनी मीडिया की धमकी-युद्ध के लिए भी तैयार है चीन..

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 18 जुलाई 2017, 08:56 AM (IST)

बिजिंग। सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन के बीच तनाव बना हुआ है। दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढता ही जा रहा है। इस बीच चीनी मीडिया ने भारत को युद्ध की धमकी दी है। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के लेख में भारत को धमकी देते हुए कहा है कि चीन किसी भी तरह के टकराव के लिए तैयार है। साथ ही लेख में लिखा है कि डोकलाम मुद्दे पर चीन युद्ध से भी पीछे नहीं हटेगा और अगर ऐसा होता है तो भारत को इसका खामियाजा भुगतना पडेगा। ग्लोबल टाइम्स के लेख में लिखा है कि भारत को एलएसी पर टकराव का सामना करना पडेगा। साथ ही ग्लोबल टाइम्स के लेख में भारत पर आरोप लगाया है कि 962 के बाद भारत लगातार चीन को उत्तेजित कर रहा है। लेख में लिखा है कि ऐसे में चीन को भविष्य में होने वाले किसी भी तरह के टकराव के लिए तैयार रहना पडेगा। लेख में चीन की सरकार को सलाह देते हुए कहा गया है कि चीन को डोकलाम क्षेत्र में बेझिझक निर्माण बढाना चाहिए और वहां अपने सैनिकों की संख्या भी बढानी चाहिए।

साथ ही लेख में लिखा है कि भारत से होने वाले किसी भी तरह के टकराव से चीन डरता नहीं है। लेख में यह भी लिखा है कि चीन युद्ध के लिए तैयार है और वह डरता नहीं है। ग्लोबल टाइम्स के लेख में लिखा है कि भारत की कार्रवाई चीन की संप्रभुता को चुनौती है और चीन को टकराव के लिए तैयार रहना चाहिए। हांलांकि लेख में यह भी लिखा है कि दोनों देशों को संयम रखते हुए समझदारी का उपयोग करना चाहिए। लेख में आगे लिखा है कि अभी दोनों देशों के बीच राजनयिक बातचीत चल रही है लेकिन भारत की ओर से सभी तरह के संबंधों में जहर दिया गया है।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

लेख में चेतावनी देते हुए लिखा है कि अगर भारत डोकलाम में अपने सैनिकों की संख्या बढाता है तो चीन भी ऐसा ही करेगा। लेख में लिखा है कि भारत बॉर्डर समस्या पर अपने किसी भी तरह के स्त्रोत का इस्तेमाल कर सकता है, चीन इसके लिए तैयार है।

ज्ञातव्य है कि सीमा विवाद को लेकर चीनी मीडिया लगातार इस तरह की भाषा को प्रयोग कर रहा है। ज्ञातव्य है कि हाल ही में चीनी मीडिया की ओर से चीन की सेना की गोलीबारी की अभ्यास करते हुए वीडियो भी जारी किया गया था।

ये भी पढ़ें - यहां महाभारत के भीम आज भी करते हैं शहर की रक्षा