भिवानी।
अलखपुरा गांव में एक पूर्व सैनिक द्वारा जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त
करने का मामला सामने आया है। पूर्व सैनिक ने मरने से पहले सुसाईड नोट लिखा,
जिसमें गांव के ही पूर्व सरपंच सहित 10-12 लोगों पर उसके पैसे देने की
बजाय दुष्कर्म व छेङखानी जैसे झूठे मामलों में फसाने का आरोप लगाया है।
फिलहाल पुलिस ने पर्चा दर्ज कर जांच शुर कर दी है, लेकिन आरोपियों के नाम व
सुसाईड नोट को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
गांव दुर्जनपुर में
उस समय सनसनी फैल गई जब खेतों में एक व्यक्ति का शव मिला। ग्रामिणों ने
इसकी सूचना बवानीखेङा पुलिस को दी। पुलिस ने ग्रामीणों की मद्द से शव की
पहचान करवाई तो पता चला कि शव पास के ही गांव अलखपुरा निवासी रामकिशन का
है। बताया जाता है कि 55 वर्षिय रामकिशन देश की सेवा कर सेवानिवृति के बाद
अपने गांव अलखपुरा में खेतीबाङी का काम करता था। सेवानिवृति के दौरान मिले
पैसे व खेतीबाङी में होने वाली आमदनी के पैसे उसने गांव के कई लोगों को
ब्याज पर दिए हुए थे।
रामकिशन ने अपने पास के गांव दुर्जनपुर के
खेतों में जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त की। बताया जाता है कि शव के पास
एक सुसाईड नोट बरामद हुआ है जिसमें रामकिशन ने अपनी मौत के लिए अपने ही
गांव अलखपुरा के पूर्व सरपंच महेन्द्र सिंह सहित 10-12 लोगों को जिम्मेवार
बताया है।
परिजनों का आरोप है कि रामकिशन ने पूर्व सरपंच महेन्द्र
सिंह को साढे 12 लाख रुपये तथा ऐसे ही गांव के 10-12 अन्य लोगों को 2-2,
4-4 लाख रुपये ब्याज पर दिए हुए थे, लेकिन ये लोग उसके पैसे देने की बजाय
उसे दुष्कर्म व छेङखानी के झूठे केसों में फंसाने लगे। कर्मबीर नामक
व्यक्ति ने बताया कि आरोपित लोगों ने पिछले साल रामकिशन पर एक महिला को
पैसे देकर दुष्कर्म का आरोप लगवाकर केस दर्ज करवा दिया था, जिसमें रामकिशन
बेगुनाह पाया गया और दो महिने पहले केस से फारिक होकर घर आया था।
परिजनों
का कहना है कि कल फिर आरोपित लोगों ने एक महिला के माध्यम से घर में घुसकर
छेङखानी का आरोप लगवा कर पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी, जिससे परेशान
होकर रामकिशन ने खेतों में जाकर जहर खाकर आत्महत्या कर ली। कर्मबीर ने
बताया कि बार बार झुठी शिकायतों से तंग आकर उसके ताऊ रामकिशन ने जहर खाकर
अपनी जान देना ही बेहतर समझा। उसने बताया कि सुसाईड नोट पुलिस के पास है और
उसमें क्या लिखा है, वो नहीं जानते।
वहीं इस मामले में जांच कर रहे
बवानीखेङा पुलिस के ए.एस.आई मदन सिंह ने बताया कि रामकिशन का शव पास के
गांव दुर्जनपुर के खेतों में मिला है। इस बारे में आईपीसी 306 के तहत पर्चा
दर्ज कर जांच शुरु की है। उन्होने बताया कि परिजनों ने 10-12 लोगों पर
आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।
लेकिन आरोपियों के नाम व सुसाईड नोट के बारे में जांच अधिकारी ने कुछ भी नहीं बताया और मामले की सच्चाई दबाने का प्रयास किया है।
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