नई दिल्ली। देश के 14वें राष्ट्रपति के लिए वोटिंग शुरू हो गई है। संसद
सहित सभी विधानसभा में वोटिंग की जा रही है। राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए के
उम्मीदवार रामनाथ कोविंद वहीं विपक्ष की ओर मीरा कुमार है। बसपा सुप्रीमो
मायावती का एक बयान सामने आया है। मायावती कहा कि यह पहली बार है कि सत्ता
और विपक्ष की ओर से दलित उम्मीदवार मैदान में उतारा गया है। हार या जीत
किसी की भी हो लेकिन राष्ट्रपति दलित ही होगा। उन्होंने कहा है कि यह देन
बाबा साहेब अंबेडकर की है, माननीय कांशीराम जी की है और बहुजन समाज पार्टी
की है। आपको बता दें कि मायावती की पार्टी बसपा के लोकसभा में एक भी सांसद
नहीं हैं, वहीं यूपी में बसपा के 19 विधायक हैं। हालांकि बसपा की ओर से
राज्यसपा में 6 सांसद है।
गौरतलब है कि एनडीए के राष्ट्रपति
उम्मीदवार रामनाथ कोविंद मूलत: रूप से उत्तर प्रदेश से ही आते हैं, रामनाथ
कोविंद दलित जाति से हैं। कोविंद के उम्मीदवार बनाए जाने के बाद विपक्ष ने
भी दलित कार्ड चलते हुए पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार को अपना उम्मीदवार
बनाया था।
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आपको बता दें कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है, जिसके अगले दिन यानी 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति पदभार ग्रहण करेंगे। सियासी समीकरणों की माने तो एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद की जीत पक्की मानी जा रही है। राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में शामिल दोनों उम्मीदवार रामनाथ कोविंद और मीरा कुमार दलित समुदाय से आते हैं।
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