बरसात में आपदाओं से निपटने के लिए किया पूर्वाभ्यास

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 11 जुलाई 2017, 5:31 PM (IST)

मंडी। प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत एवं बचाव कार्यों के बारे में आज जिला के समस्त उपमंडलों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। उपायुक्त संदीप कदम ने पूरे अभियान की निगरानी की। जिला मुख्यालय में भी पंचवक्त्र मंदिर के पास मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। उपायुक्त कार्यालय में सुबह 11:15 बजे सायरन के माध्यम से ब्यास नदी व सुकेती खड्ड में काल्पनिक बाढ़ आने की सूचना दी गईए जिस पर स्थानीय प्रशासन द्वारा इस प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए गठित विभिन्न विभागों के राहत दल सूचना मिलते ही तुरन्त घटना स्थल पर पहुंचे तथा राहत व बचाव कार्यों में जुट गए। सूचना के तुरन्त बाद राहत व बचाव कार्य शुरू किए गए।

काल्पनिक बाढ़ के कारण पंचवक्त्र मंदिर के समीप स्थित झुग्गी.झपोडिय़ों व सुकेती खड्ड पर बने पुल को हुए नुकसान, इसके कारण हताहत हुए लोगों तथा गम्भीर रूप से घायलों को निकालने का पूर्वाभ्यास किया गया। क्षेत्रीय अस्पताल के चिकित्सकों की टीम ने मौके पर सभी घायलों के उपचार तथा आंशिक रूप से घायलों को उपचार के बाद छुट्टी और गम्भीर घायलों को 108 एम्बुलेंस सेवा के माध्यम से क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचाने का भी अभ्यास किया गया।

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उपायुक्त संदीप कदम ने बताया कि किसी भी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए गृह रक्षक (होमगार्ड), अग्निशमन, पुलिस, स्वयं सेवी संस्थाएं तथा विभागीय कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है ताकि वह किसी भी प्राकृतिक आपदा के समय सहयोग दे सकें। उन्होंने बताया कि मण्डी जिला में पंचायत स्तर तक आपदा रक्षक टीमों का गठन किया गया है ताकि वह प्राकृतिक आपदा के समय अपनी सेवाएं दे सके। जिले में प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए बचाव दल को हरसंभव उपकरण उपलब्ध करवाए जायेंगे ताकि उन्हें आपदा के समय किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

इस अवसर पर आपदा से जुड़े सभी विभागों के अधिकारी व स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। करसोग उपमंडल के ततापानी में भी मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपमंडलाधिकारी कैलाश चंद गौड़ तथा तहसीलदार रविन्द्र कुमार उपस्थित रहे।

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