नई दिल्ली। विपक्ष ने आज उपराष्ट्रपति पद के अपने उम्मीदवार का चयन कर लिया है। ज्ञातव्य है कि उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्षी दलों ने आज बैठक बुलाई थी। इस बैठक में विपक्ष के 18 दलों के नेता मौजूद थे। बैठक में सभी ने सर्वसम्मति से महात्मा गांधी के पौत्र गोपाल कृष्ण गांधी को उपराष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने पर सहमति दी। इसके बाद विपक्ष ने गोपाल कृष्ण गांधी के नाम की घोषणा की है। विपक्षी दलों की यह बैठक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया की अध्यक्षता में हुई।
इस बैठक में सोनिया गांधी के अलावा राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, मल्लिकार्जुन खडग़े, गुलाम नबी आजाद, अहमद पटेल, ए के एंटनी, डेरेक ओ ब्रायन, आरजेडी से जयप्रकाश नारायण यादव, एसपी से नरेश अग्रवाल, एनसीपी से प्रफुल पटेल, डीएमके से तारिक अनवर एलांगवन, शरद यादव, उमर अब्दुल्ला, हेमंत सोरेन और अजित सिंह शामिल थे।
बैठक में नहीं आए नीतीश कुमार:
ज्ञातव्य है कि राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी दलों को झटका देने वाले जेडीयू चीफ नीतीश कुमार इस बैठक में भी शामिल नहीं हुए। ज्ञातव्य है कि नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार को समर्थन ना देकर रामनाथ कोविंद को समर्थन दिया था। हांलांकि उप राष्ट्रपति चुनाव पर चर्चा के लिए बुलाई गई विपक्ष की इस बैठक में जेडीयू की ओर से शरद यादव शामिल हुए। वहीं आरजेडी की तरफ से जेपी यादव बैठक में शामिल हुए।
विपक्ष ने की एकजुटता दिखाने की कोशिश:
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उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर बुलाई गई इस बैठक में विपक्ष ने
एकजुटता दिखाने की काशिश की। ज्ञातव्य है कि कांग्रेस को चिंता इस बात की
है कि यह संदेश नहीं जाना चाहिए कि विपक्षी एकता में फूट पड चुकी है।
ज्ञातव्य है कि राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार को समर्थन की
घोषणा करने से पहले जेडीयू ने विपक्ष की उस बैठक में हिस्सा लिया था जिस
में विपक्ष उम्मीदवार को लेकर चर्चा हुई थी। माना जा रहा है कि जेडीयू
विपक्षी खेमे के साथ ही रहेगी। हालांकि इस बारे में अंतिम फैसला नीतीश
कुमार को ही करना है।
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