नीतीश का कांग्रेस पर हमला, हमें आपसे सीखने की जरूरत नहीं

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 02 जुलाई 2017, 7:12 PM (IST)

पटना। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बिहार महागठबंधन को लेकर राजनीति काफी गर्माई हुई है। नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जहां एनडीए के राष्ट्रपति पद उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को सपोर्ट करने की ठान चुके हैं। वहीं राजद और लालू प्रसाद यादव खुले तौर पर यूपीए की राष्ट्रपति पद उम्मीदवार मीरा कुमार का समर्थन कर रहे है। इतना ही नहीं एक तरफ जहां कांग्रेस और राजद जीएसटी का विरोध कर रही हैं। वहीं जदयू और नीतीश कुमार इसके पक्ष में हैं।

आपको बता दें कि राजद द्वारा आगामी 27 अगस्त, 2017 को आयोजित की जाने वाली बीजेपी हटाओ, देश बचाओ रैली में जहां यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव और मायावती के साथ-साथ कांग्रेस के बड़े नेताओं के मौजूद होने दावा कर रहे है। वहीं नीतीश कुमार इस पर अब तक चुप्पी साधे बैठे हैं। पहले जहां पार्टी के नेता व महासचिव श्याम रजक ने नीतीश कुमार के इस रैली का हिस्सा न होने की बात कही थी। वहीं अब जदयू के प्रवक्ता संजय सिंह कह रहे हैं कि लालू प्रसाद के आमंत्रण पर नीतीश कुमार इस रैली में सहभागी हो सकते हैं। हालांकि उनकी पार्टी अब भी इस रैली से दूर ही रहने की बात हवा में है।

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आपको बता दें कि नीतीश कुमार इस बीच अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने यहां कहा कि उनकी पार्टी को कांग्रेस से कुछ भी सीखने की जरूरत नहीं है और वे 18-20 सांसदों के दम पर प्रधानमंत्री बनने के सपने नहीं देखते। वे इस बीच कांग्रेस पर भी पलटवार करते हैं कि कांग्रेस ने पहले गांधी को छोड़ा और फिर नेहरू को भी त्याग दिया।

पहले जहां नीतीश कुमार एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार में सामने आए। वहीं वे अब जीएसटी के साथ भी नजर आ रहे हैं। उनका ऐसा करना बिहार में महागठबंधन की सरकार चलाने वाले राजद और कांग्रेस के लिए असहज भी है। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद इस पर नीतीश कुमार पर परोक्ष रूप से हमला भी बोल चुके हैं।

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