नई दिल्ली। आज आपको ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने 50
साल की उम्र में जाकर रंग देखे। क्रिस स्मेलसर नाम का यह शख्स जन्म से ही
कलर ब्लाइंडनेस से पीड़ित है। एक खास प्रकार के चश्मे के माध्यम से उन्होंने
पहली बार रंगीन दुनिया देखी। क्रिस ने जब यह चश्मा लगाया, तो उन्हें चीजें,
आसमान और वस्तुएं और लोग वैसे ही नजर आए जैसे कि वे दिखने चाहिए।
दरअसल,
क्रिस के 50वें जन्मदिन पर उनके परिजन और दोस्तों ने उन्हें तोहफे में
एनकोरोमा ग्लासेस दिया। इसे लगाने के बाद उन्हें रंग बिरंगी चीजें ठीक-ठीक
अपने सही रंगों में दिखने लगीं। क्रिस इस खास प्रकार के चश्मे का डिब्बा
खोलते-खोलते ही भावुक हो उठे थे और रोने लगे। ऐनक पहनने के बाद वह समझ ही
नहीं पा रहे थे कि हंसें या रोएं..। वह हैरान थे और खुश थे। वह आंगन से बाहर
भागकर खुले आसमान के नीचे आए। हरे भरे पेड़ों को देखा और आसमान की ओर सर
उठाकर देखा... ओह माई गॉड! बोलते हुए वह चारों ओर विस्मय से देखते रहे।
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इनके
परिवार के एक शख्स ने 4 जून को फेसबुक पर यह वीडियो यह कहते हुए शेयर किया
है कि इस वीडियो को देखें और समझें और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इसलिए
पहुंचाएं, ताकि अधिक से अधिक लोगों को यह पता चल सके कि वर्णांधता के शिकार
लोग इस चश्मे द्वारा आम लोगों की तरह रंगों को देख सकते हैं। इन खूबसूरत
लम्हों को परिवार ने वीडियो में कैप्चर किया। क्रिस को बोन कैंसर भी था,
जो सर्जरी के बाद ठीक हो गया।
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