कलेक्टर रोहित ने किया नोर्दन बाईपास के निर्माण कार्यों का निरीक्षण

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 11 जून 2017, 6:53 PM (IST)

कोटा। जिला कलेक्टर रोहित गुप्ता ने रविवार को नोर्दन बाईपास के निर्माण कार्य का निरीक्षण कर अधिकारियों एवं निर्माण कर रही फर्म के प्रतिनिधियों को निर्देष दिए कि निर्माण कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय में करवाना सुनिश्चित करें।

कलेक्टर ने नोर्दन बाईपास के जीरो पाइन्ट बारां रोड से निरीक्षण शुरू किया जहां नगर विकास न्यास के अभियंताओं ने बताया कि कार्य की लागत 121 करोड है, 14.200 किमी के लम्बाई में चम्बल एवं चन्द्रोलई नदी पर ब्रिज एवं दो स्थानों पर रेलवे ऑवर ब्रिज का निर्माण करवाया जा रहा है। निर्माण कार्य कर रही फर्म के प्रतिनिधि ने बताया कि दिसम्बर माह तक निर्माण कार्य पूरा कर लिया जावेगा। जिला कलेक्टर ने कहा कि वर्षा पूर्व निर्माण सामग्री का स्टॉक कर ले ताकि वर्षा के समय कार्य की प्रगति प्रभावित नहीं हो।

उन्होंने अधूरे निर्माण कार्यो के क्रियान्वयन में देरी के बारे में लेकर यूआईटी के सचिव सियाराम मीणा को व्यक्तिषः ध्यान देकर आ रही समस्याओं का निराकरण करने के निर्देष दिये। उन्होंने दो स्थानों पर स्थानीय काश्तकारों द्वारा कार्य में अवरोध उत्पन्न करने को गंभीरता से लेते हुए पूरी जानकारी ली तथा काश्तकारों की समस्याओं का नियमानुसार निराकरण करने के निर्देष दिये। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थान पर बेवजह कार्य में व्यवधान डालने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही भी करें।


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उन्होंने चन्द्रोलई नदी के पास निर्मित ब्रिज का निरीक्षण करते समय स्थानीय काष्तकारों की समस्याओं को भी सुना तथा बाईपास निर्माण के बाद ग्राम रामखेड़ली व पीपल्दा सेखान के बीच रास्ते में अवरोध होने की समस्या बताई जाने पर संवेदक को ग्रामीणों के अनुकूल रास्ता हेतु सड़क की ऊंचाई के अनुसार मिट्टी डलवाने के निर्देष दिये। उन्होंने चम्बल नदी पर बनाये गये ब्रिज का भी निरीक्षण किया तथा दोनों तरफ त्रीव गति के साथ ब्रिज व सड़क का लिंक करने के निर्देष दिये। उन्हांेने कहा कि वर्षा के समय पानी की आवक से किसी भी प्रकार की परेषानी नहीं हो कार्य की गति बनी रहे इसके लिए आवश्यक सामग्री का अभी से स्टॉक कर ले।

जिला कलक्टर ने नोर्दन बाईपास के गामछ फाटक तक कार्यो का निरीक्षण कर आरओबी निर्माण में रेल्वे से समन्वय कर शेष कार्य शीघ्रता से करने के निर्देष दिये। उन्हांेने किसानों द्वारा भूमि अवाप्ति के मुआवजे के संबंध में बताई गई समस्या के निराकरण के लिए यूआईटी के सचिव को निर्देष दिये कि पूर्ण पत्रावली का निरीक्षण कर भूमि अवाप्ति अधिकारी से समन्वय करते हुए समस्याओं को शीघ्रता से निराकरण कराये।

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