सेम समस्या को चरणबद्ध तरीके से करेंगे जड़ से समाप्त- डॉ. रामप्रताप

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 10 जून 2017, 11:29 PM (IST)

श्रीगंगानगर/पीलीबंगा। करीब 40 साल से नासूर बनी सेम समस्या के निस्तारण के लिए जल संसाधन मंत्री डॉ. रामप्रताप और पीलीबंगा विधायक द्रोपती मेघवाल ने शनिवार को बड़ोपल में पंपिग स्टेशन का शिलान्यास किया। पीलीबंगा तहसील की ग्राम पंचायत बड़ोपल में 22.93 करोड़ की लागत से लगाए जा रहे पंपिग स्टेशन में 200-200 हॉर्सपावर के पांच पंप लगाए जाएंगे। जिनसे सेम का पानी बड़ोपल डाब से लिफ्ट करके डिप्रेशन नंबर 6 में छोड़ा जाएगा। शिलान्यास कार्यक्रम के बाद बड़ोपल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जल संसाधन मंत्री डॉ. रामप्रताप ने कहा कि सेम समस्या के निस्तारण का ये आखिरी पड़ाव नहीं है बल्कि अभी तो महज शुरूआत है सेम समस्या को चरणबद्ध तरीके से जड़ से ही समाप्त कर दिया जाएगा। डॉ. रामप्रताप ने कहा कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे खुद राजस्थान में 40-40 वर्ष पुरानी समस्याओं को छांट छांट कर निस्तारण कर रही है।


हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर जिले में करीब 40 साल से नासूर बनी सेम समस्या के निस्तारण का कार्य भी अब शुरू हो गया है। डॉ. रामप्रताप ने कहा कि वर्ष 2008 में मुख्यमंत्री राजे खुद यहां सेम समस्या देख कर गई थी लेकिन बाद में सरकार चली गई। इस बार सरकार आते ही मुख्यमंत्री ने इसे गंभीरता से लेते हुए सेम समस्या के निस्तारण को लेकर निर्देश दिए। डॉ. रामप्रताप ने स्थानीय विधायक द्रोपती मेघवाल और भारतीय किसान संघ के लगातार किए गए प्रयासों की भी सराहना की।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीलीबंगा विधायक द्रोपती मेघवाल ने कहा कि विधानसभा समेत जहां जहां भी मुझे मौका मिला सेम समस्या को हर जगह रखा। हालत ये हो गई कि लोग मुझे जयपुर में देख कर कहने लग गए ‘‘सेम वाली आ गई‘‘ । मेघवाल ने कहा कि मैंने लगातार विधानसभा में सेम समस्या का मुद्दा उठाया। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे से भी मिली तो उन्होने कहा कि मेरा सेम ग्रस्त क्षेत्र देखा हुआ है उसका जल्द निस्तारण किया जाएगा। श्रीमती द्रोपती ने कहा कि वर्ष 2013 में चुनाव से पहले संगरिया दौरे के समय मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने घोषणा की थी कि अगर सरकार आई तो हम इस समस्या का निस्तारण करेंगे । आज वो दिन आ गया है जब कार्य होने जा रहा है। विधायक ने मुख्यमंत्री श्रीमती राजे और जल संसाधन मंत्री डॉ. रामप्रताप का सेम समस्या के निस्तारण में अहम योगदान पर आभार प्रकट किया।


ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

सूरतगढ़ विधायक राजेन्द्र भादू ने कहा कि कई सरकारें आई और कई चली गई लेकिन इस समस्या पर ध्यान किसी ने नहीं दिया । वर्ष 2008 में तत्कालीन मुख्यमंत्री श्रीमती राजे ने इस समस्या के निस्तारण का विश्वास दिलाया था लेकिन फिर सरकार नहीं बनी। जो कार्य शुरू किया गया था उसे कांग्रेस सरकार ने बंद कर दिया। लेकिन इस बार सरकार बनने के बाद विधायक द्रोपती ने इस मामले को लगातार विधानसभा में उठाया और हर जगह सेम समस्या की बात करती तो कई जगह तो मैं भी कह देता कि मेरी भी जमीन यहां है सैंकड़ों भूमि खराब हो चुकी है। मैं भी इनका सपोर्ट करता। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, जल संसाधन मंत्री डॉ. रामप्रताप और विधायक द्रोपती मेघवाल के अथक प्रयासों से सेम समस्या का निस्तारण होने जा रहा है।

जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता उत्तर राजकुमार चौधरी ने बताया कि बड़ोप्पल डाब पर लगने वाले पंपिग स्टेशन पर 22.73 करोड़ की लागत से 5 पंप लगाए जाएंगे जिनमें से प्रत्येक की क्षमता 200 हॉर्स पावर की होगी। बड़ोपल डाब से 500 मीटर की लंबी एप्रोच पाइप लाइन पंपिग स्टेशन तक आएगी । पंपिग स्टेशन से दो पाइप लाइन ( 1 हजार एमएम डायामीटर) के जरिए सेम का पानी करीब 3 किलोमीटर दूर डिप्रेशन नंबर 6 में छोड़ा जाएगा। इस प्रोसेस से पिछले 40 सालों से खराब पड़ी हुई करीब 7 हजार हैक्टेयर सेमग्रस्त भूमि को फिर से खेती योग्य बनाया जा सकेगा। करीब एक साल बाद पंपिग स्टेशन को शुरू कर दिया जाएगा। मुख्य अभियंता ने बताया कि इसके अलावा सेम समस्या के निस्तारण के लिए जल संसाधन विभाग के पास 368 करोड़ के प्रोजेक्ट के जरिए करीब 33 हजार हैक्टेयर भूमि को सेम समस्या से मुक्त किया जाना प्रस्तावित है।

ये भी पढ़ें - लकवे के मरीज यहां से जाते है ठीक होके