पत्थरबाजों की ढाल बनने वाली महिलाओं से निपटने को सेना में होगी महिला भर्ती

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 10 जून 2017, 11:27 AM (IST)

देहरादून। कश्मीर में पत्थरबाजों द्वारा महिलाओं को ढाल के तौर पर इस्तेमाल करने की घटनाओं से निपटने के लिए सेना एक नया प्लान तैयार किया है। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने शनिवार को यहां पासिंग आउट परेड ममें इस प्लान का खुलासा करते हुए कहा कि जल्द ही सेना पुलिस में अब महिला जवानों की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘हम लोग कई बार जब ऑपरेशन में जाते हैं, तो महिलाएं हमारे सामने आ जाती हैं। ऐसे में पुरुष जवान उनके खिलाफ कार्रवाई करने में झिझकते हैं। हमें जवान वाले रैंक में भी महिलाओं की जरूरत है। हमारे ऑपरेशन के दौरान महिलाओं को उपद्रवी ढाल बना लेते हैं। ऐसे में हमें लोकल पुलिस प्रशासन से महिला जवानों की मदद मांगनी पड़ती है।‘ तो वहां आवाम का सामना करना पड़ता है। कई बार लेडीज हमारे आगे आ जाती हैं।’ आर्मी चीफ ने कहा कि सेना में महिला अधिकारी के तौर पर काम कर रही हैं, लेकिन हाल में कश्मीर में सेना को हुई मुश्किलों को देखते हुए अब महिलाओं को जवान के तौर पर भी शामिल करने की योजना है।
शनिवार को देहरादून आईएमए में पासिंग आउट परेड में गए जनरल रावत ने कहा, ‘पहले हम महिलाओं को मिलिटरी पुलिस में भर्ती करना शुरू करेंगे और, वह अगर वहां सफल साबित होती हैं, तब अगले कदम पर विचार किया जाएगा। अगर हमारे पास आधुनिक तकनीक हो, सही तरह से इस्तेमाल किया जाए तो आवाम को इतनी तकलीफ नहीं होगी, हम सक्षम होंगे।’
जनरल रावत ने साथ ही एक बार फिर दोहराया कि सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाओं के जरिए कश्मीर के युवाओं को भडक़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘भारतीय सेना को हर वक्त प्रशिक्षित रहना जरूरी है। हमें अपनी ट्रेनिंग कायम रखने की जरूरत है।’ उन्होंने कहा, ‘हमारी कोशिश रहेगी कि कश्मीर में जो युवक राह से भटक गए हैं वे हथियार डालकर सेना के साथ मिलकर काम करें। फौज को अमन और शांति बहाल करने के लिए बुलाया जाता है। हम वहां मारधाड़ करने नहीं गए हैं। हम अमन के मकसद के लिए कश्मीर में हैं।’
बता दें कि मिलिट्री कैंटोनमेंट और सैन्य प्रतिष्ठानों की सुरक्षा में काम करती हैं। इसके साथ ही ही युद्ध और शांति के समय सैनिकों के आवागमन में मदद करती हैं। इसके अलावा मिलिट्री पुलिस के जिम्मे युद्धबंदियों की जिम्मेदारी होती है और जरूरत पडऩे पर सिविल पुलिस को भी मदद करती है।
अब तक लड़ाकू भूमिकाओं में नहीं रखी जाती थी महिलाएं

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मौजूदा वक्त में महिलाओं की नियुक्ति कुछ चुनिंदा क्षेत्रों में ही होती है। इनमें मेडिकल, लीगल, शिक्षा, सिग्नल और इंजीनियरिंग विंग हैं। ऑपरेशनल चुनौतियों और लॉजिस्टिकल इश्यूज के चलते महिलाओं को अब तक लड़ाकू भूमिकाओं में नहीं रखा जाता है। हालांकि सेना प्रमुख ने अब कहा कि वह महिलाओं की नियुक्ति के लिए तैयार हैं और इस पर सरकार के साथ बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा कि लड़ाकू भूमिकाओं में महिलाओं को अपनी ताकत और दृढ़ता दिखानी होगी, ताकि बनी बनाई रूढिय़ां तोड़ी जा सकें।
पिछले महीने के अंत में चीनी सेना का हेलीकॉप्टर भारतीय सीमा में घुस आया था। हालांकि सेना प्रमुख ने इसे घुसपैठ मानने से इनकार करते हुए कहा, कभी-कभी चीन हेलीकॉप्टर इस्तेमाल करता है, हम भी इस्तेमाल करते हैं, लेकिन परसेप्शन से लगता है कि घुसपैठ हो रहा है।

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