अब विकास में पिछडा नही रहेगा टोंक, सीवरेज व पानी की समस्या होगी हल-शेखावत

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 09 जून 2017, 5:06 PM (IST)

टोंक। राज्य के उद्योग मंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री राजपालसिंह शेखावत ने कहा है कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान से राजस्थान में काफी हद तक जलसंकट की समस्या हल हुई है। इसके परिणाम अब दिखाई देने भी लगे हैं। उन्होंने कहा कि पहाड़ एवं बजरी के गड्ढे होने से बचाना सिर्फ कलेक्टर व एसपी का ही जिम्मा नही हैं, बल्कि जनता का भी दायित्व है।

ये बात शेखावत ने शुक्रवार को दूधिया बालाजी में एमजेएसए के द्वितीय चरण का शुभारम्भ करते हुए कही। उन्होंने पोधरोपण के साथ इसका शुभारम्भ किया। इस दौरान टोंक विधायक अजीतसिंह मेहता ने सिटी फोरेस्ट दूधिया बालाजी को जयपुर के स्मृति वन की तर्ज पर विकसित किए जाने के लिए गोद लिया साथ ही विधायक कोष से दस लाख रुपए देने की घोषणा भी की। पीपुल फॉर एनीमल्स के जिला सचिव मनोज तिवारी ने भी वन्यजीवों के लिए पेयजल के लिए कांटा निर्माण किए जाने की घोषणा की।

मंत्री राजपालसिंह शेखावत ने कहा कि कभी टोंक जिले को पिछडा कहा जाता था, लेकिन अब साढे तीन सौ करोड रुपए से सीवरेज का काम शुरू किया गया है, वहीं 48 करोड़ की लागत से बीसलपुर से पेयजल की नई लाइने डाली जा रही हैं। इस काम को गति दी जाएगी ताकि विकास की दृष्टि से पिछडापन मिट सकें। मंच से टोंक विधायक अजीतसिंह मेहता एवं निवाई-पीपलू विधायक हीरालाल रैगर द्वारा अवैध खनन को लेकर वनविभाग के अधिकारी सहित जिला प्रशासन को आड़े हाथों लिया तो मामले की गंभीरता समझने के बजाय प्रभारी मंत्री ने मंच से ही बजरी एवं पत्थर खनन के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने के लिए दोषी अधिकारियों को क्लीनचिट देते हुए उल्टे आमजन को ही बजरी व पत्थर की सुरक्षा की नसीहत दे डाली।

मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के द्वितीय चरण के शुभारम्भ कार्यक्रम में टोंक विधायक अजीतसिंह मेहता ने जिले में पहाड़ों में हो रहे अवैध पत्थर खनन खनन पर वनविभाग की खिंचाई की। राज्य में पानी संकट की चर्चा करते हुए कहा कि टोंक विधानसभा क्षेत्र में अब बीसलपुर पेयजल योजना का काम पूरा होने के बाद पेयजल की समस्या नहीं रहेगी। देवली-उनियारा विधायक राजेन्द्र गुर्जर ने पानी की बर्बादी रोकने की दिशा में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि पेड़ों को जड़ से काटने की बजाय अपनी आवश्यता की पूर्ति के लिए टहनिया व पत्तियां ही लेंवे ताकि पेड़ सुरक्षित रह सकें।

विधायक हीरालाल रैगर ने एमजेएसएकी सराहना करते हुए कहा कि अब कम से कम तृतीय विश्व युद्व तो पानी के लिए नही लड़ा जाएगा, क्योंकि जनता एवं सरकार दोंनो मिलकर पानी की समस्या से निपट रहें हैं। जिला प्रमुख सत्यनारायण चौधरी ने भी पानी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पानी अमूल्य है, इसका सदुपयोग किया जाएं। नगर परिषद टोंक की सभापति लक्ष्मी देवी जैन, नगर पालिका देवली की अध्यक्ष रेखा जैन, जिला कलेक्टर सुबेसिंह यादव ने भी विचार प्रकट किए।

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