टीवी जगत की महारानी के रूप में जानी जाने वाली निर्माता एकता कपूर ने टेलीविजन जगत में ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ जो सास-बहू का चलन शुरू किया वह आज भी बदस्तूर जारी है। पिछले 15 सालों से हर टीवी चैनल पर प्रसारित होने वाले शो इसी तरह के हैं। यह अलग बात है कि भारत में जितने टीवी चैनल हैं उन सभी पर एकता कपूर के शो प्रसारित होते हैं। डेढ दशक से ज्यादा का समय गुजर जाने के बावजूद दर्शकों को एकता कपूर के सीरियल पसन्द आते रहे हैं। अभी वर्तमान समय में भी एकता कपूर के लगभग एक दर्जन से ज्यादा शो विभिन्न टीवी चैनल्स पर दिखाये जा रहे हैं। न्यूज 18 के अनुसार सास बहू और साजिश के दौर में जब टीवी चैनल अपने दर्शकों को कुछ और दिखाना नहीं चाहते तब टीवी से ऊब गए दर्शक फिर से 90 के दशक के धारावाहिकों की ओर रुख कर रहे हैं। और शायद यही कारण है कि इन दिनों दूरदर्शन के पुराने सीरियल यूट्यूब पर धुंआधार रूप से देखे जा रहे हैं और कुछ ऐसे सीरियल हैं जिन्हें टीवी से गायब हुए एक दशक से ज्यादा समय हो चुका है, फिर भी उनके हिट्स बढते चले जा रहे हैं। आइये डालते हैं एक नजर उन धारावाहिकों पर जिन्होंने अपने समय में डीडी नेशनल पर जबरदस्त धूम मचाई थी, जिन्हें अब यूट्यूब पर दोबारा देखा और पसन्द किया जा रहा है—
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शक्तिमान—27 सितम्बर 1997 को हिन्दुस्तानी दर्शकों को अपना पहला
सुपरहीरो मिला था। इससे पहले के सारे सुपर हीरो सिर्फ कॉमिक्स बुक्स तक ही
सीमित थे। शक्तिमान ने प्रसारण के साथ ही दर्शकों में अपनी एक ऐसी पैठ बनाई
जो 10 साल तक लगातार बनी रही। इस धारावाहिक को देखने वाले बच्चे युवावस्था
तक इसे देखते रहे। 90 की जेनेरेशन का यह सुपरहीरो इन दिनों यूट्यूब पर
दर्शकों को फिर से लुभा रहा है। हालांकि दर्शक अब इसके ग्राफिक्स का मजाक
उडाते हैं। 10 साल तक लगातार दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाला यह 400
एपिसोडी शो यूट्यूब पर 40 लाख बार देखा जा चुका है। है न हैरानी वाली बात।
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द जंगल बुक—वर्ष
2016 में हॉलीवुड स्टूडियो डिज्नी ने द जंगल बुक नामक एक फिल्म पेश की। इस
फिल्म ने समस्त विश्व में आय के नए कीर्तिमान स्थापित किए थे। वास्तविकता
यह है कि मूल रूप से यह एक जापानी एनिमेशन शो था, जिसे 90 के दशक में
हिन्दी में डब करके 1993 में दूरदर्शन पर दिखाया गया था। 52 एपिसोड वाले इस
शो का जापान में 1989 में प्रदर्शन हुआ था। इस शो के लिए गुलजार और विशाल
भारद्वाज ने मिलकर कालजयी पंक्तियां ‘जंगल जंगल पता चला है, चड्ढी पहन के
फूल खिला है’ लिखीं। गुलजार की ये पंक्तियां कालजयी है और इस धारावाहिक की
लीगेसी का अंदाजा इस बात से लगता है कि हॉलीवुड में डिज्नी ने जब यह फिल्म
बनाई तो गुलजार और विशाल भारद्वाज (जो इस टीवी सीरीज का हिस्सा थे) उन्हें
अपने साथ जोडा। यूट्यूब पर इस शो को अब तक 63 लाख से ज्यादा बार देखा जा
चुका है।
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अलिफ लैला—फैंटेसी, फिक्शन, जिन्न, उडते हुए पानी
के जहाज, बोलते हुए पत्थर और राजाओं-राजकुमारियों की कहानी वाले ‘अलिफ
लैला’ से पहले तक भारतीय टीवी में ऐसा कोई भी शो प्रसारित नहीं हुआ था।
‘1001 नाइट्स’ पर आधारित इस धारावाहिक में मिस्र, यूनान, फारस, ईरान और अरब
देशों की बहुत सी रोमांचक कहानियां थीं जिनके हीरो ‘सिन्दबाद’, ‘अलीबाबा
और चालीस चोर’, ‘अलादीन’ हुआ करते थे। दूरदर्शन पर 1994 में प्रसारित होने
वाले इस धारावाहिक के 2 सीजन और कुल 260 एपिसोड प्रसारित हुए थे। भले ही
इसके ग्राफिक्स आज के ‘अशोका’ या ‘नागिन’ जैसे धारावाहिकों का मुकाबला नहीं
कर सकते लेकिन यूट्यूब पर इस शो के दीवाने बहुत हैं। यूट्यूब पर अब तक इसे
40 लाख से भी अधिक बार देखा जा चुका है और यह संख्या बढती जा रही है।
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ब्योमकेश बक्शी—बंगाली
लेखक शरदेंदु बंदोपाध्याय की कहानियों में आने वाले जासूसी किरदार
ब्योमकेश को भारत का शरलॉक होम्स माना जाता है, क्योंकि शरदेंदु का
प्रेरणास्त्रोत वही था। इस धारावाहिक में ब्योमकेश बक्शी का किरदार रजित
कपूर और उसके दोस्त अजित बैनर्जी का किरदार के. के. रैना ने निभाया था। इन
दोनों सितारों को आज भी इन्हीं नामों से पुकारा जाता है। ब्योमकेश इतना
पॉपुलर किरदार है कि इस कहानी पर आदित्य चोपडा ने सुशांत सिंह राजपूत को
लेकर दिबाकर बनर्जी के निर्देशन में एक फिल्म भी बनाई थी। 1993 से 1997 तक
दूरदर्शन पर राज करने वाले इस शो के 2 सीजन, 36 एपिसोड अब यूट्यूब पर भी 2
लाख से ज्यादा बार देखे जा चुके हैं।
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विक्रम बेताल—दूरदर्शन पर
प्रसारित होने वाला यह पहला ऐसा धारावाहिक था जिसमें भूतों का जिक्र था और
इसी वजह से इसे रात को प्रसारित न करके दोपहर में प्रसारित किया जाता था।
लेकिन 2500 साल पहले महाकवि सोमदेव भट्ट की लिखी ‘बेताल पच्चीसी’ पर आधारित
इस धारावाहिक ने यूट्यूब पर लोकप्रियता के झंडे गाड रखे हैं। राजा विक्रम
के किरदार में अरुण गोविल और उनके कंधों पर टंगा बेताल (अभिनेता सज्जन), जो
कहानी सुनाता और फिर भाग जाता। 1985 में प्रसारित हुए इस धारावाहिक के कुल
26 एपिसोड ही बने लेकिन एक एक एपिसोड को 45 लाख से ज्यादा बार देखा गया
है।
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