नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मंगलवार को कहा कि देश में जून से
सितंबर के बीच मानसून के दौरान 98 प्रतिशत बारिश होगी। इससे पहले 18 अप्रैल
को बारिश ने उस समय उपलब्ध मौसम के स्वरूप के आधार पर लगभग 96 प्रतिशत
बारिश के साथ सामान्य मानसून का अनुमान लगाया था, जो पांच फीसदी कम या
ज्यादा होने का अनुमान था।
मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक एम महापात्रा ने बताया, विभिन्न मॉडलों के
आधार पर अंतिम रूप से लगाए गए अनुमान के मुताबिक देश में लंबी अवधि की
बारिश लगभग 98 फीसदी होने की संभावना है। क्षेत्रवार अनुमान के मुताबिक
ओडिशा, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ में 100 फीसदी बारिश
होगी।
मौसम विज्ञान विभाग ने कहा, इस मौसम की बारिश (लंबी अवधि के लिए औसत रूप
से) पश्चिमोत्तर भारत में 96 फीसदी, मध्य भारत में 100 फीसदी, दक्षिण
प्रायद्वीप में 99 फीसदी और पूर्वोत्तर में 96 फीसदी होगी। यह अनुमान आठ
फीसदी कम या ज्यादा त्रुटिपूर्ण हो सकता है।
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पश्चिमोत्तर भारत में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर और राजस्थान आते हैं। दक्षिण प्रायद्वीप में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरल, कर्नाटक, लक्षद्वीप और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह आते हैं। पूर्वोत्तर भारत में असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड और अरूणाचल प्रदेश आते हैं।
मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि पूरे देश में मासिक बारिश जुलाई में 96 फीसदी और अगस्त में 99 फीसदी होने का अनुमान है। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार 90 फीसदी से नीचे बारिश कम मानी जाती है और 95 फीसदी बारिश सामान्य से नीचे मानी जाती है। 96 से 104 फीसदी बारिश का आंकडा सामान्य मानसून दर्शाता है और 105 से 110 प्रतिशत के बीच का आंकडा सामान्य से ऊपर माना जाता है। (आईएएनएस)
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