अगला विस चुनाव वसुंधरा के नेतृत्व में नहीं लड़ा जाएगा- तिवाड़ी

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 04 जून 2017, 7:01 PM (IST)

भरतपुर। भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांगानेर विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने कहा है कि प्रदेश में अगला चुनाव वसुंधरा राजे के नेतृत्व में नहीं लड़ा जाएगा। उन्होंने राज्य सरकार के दो मंत्रियों द्वारा अपने पर लगाए अनर्गल आरोपों के जवाब में कहा कि उन्हें कानूनी नोटिस दिए जाएंगे। तिवाड़ी रविवार को भरतपुर में मीडिया से बात कर रहे थे। वे यहां सहयोग नगर स्थित उत्सव गार्डन पर दीनदयाल वाहिनी के जिला कार्यकर्ता सम्मेलन में आए थे। दीनदयाल वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक घनश्याम तिवाड़ी का सम्मेलन में फूलमाला व साफा बांध कर स्वागत किया गया।

कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए तिवाडी़ ने कहा कि विश्व के सभी देशों में भारत आठवीं आर्थिक शक्ति बना है। मगर भारतीयों का विकास नहीं हुआ है। वर्तमान में देश में एक भी किसान ऐसा नहीं बचा है जो कर्जदार नहीं हो। किसान अपना दूध फेंक रहा है, कर्जे में है। व्यापारी परेशान हैं, बेरोजगारी बढ़ रही है। देश का सारा पैसा कुछ लोगों के हाथों में जा रहा है। देश में केन्द्रीकृत पूंजीवाद चल रहा है। उन्होंने दीनदयाल उपाध्याय को उद्धृत करते हुए कहा कि पण्डित दीनदयाल कहते थे कि जब तक अंतिम व्यक्ति का विकास नहीं होगा, तब तक सही मायनों में लोकतंत्र नहीं होगा। मगर वर्तमान में केवल अंबानी-अडानी जैसे चुनिन्दा कारपोरेट घरानों का विकास हो रहा है।

उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा पिछले दिनों विधानसभा में पेश विधेयक को वैधानिक लूट का उदाहरण बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने आनन-फानन में पांच घंटे में बिना राज्यपाल के हस्ताक्षरों के इसे पारित करवा लिया। इस विधेयक के अनुसार अगर कोई एक बार भी मुख्यमंत्री बन जाए तो उसे आजीवन मकान, 8 कर्मचारी, एक आरएएस सालाना बीस लाख रूपये भत्ता और एक गाड़ी मिलेगी। वर्तमान में मुख्यमंत्री का अधिकृत आवास बंगला नं. आठ है, जबकि वे रहती बंगला नम्बर 13 में हैं , जिसकी कीमत 2000 करोड़ से भी अधिक है, साथ ही मुख्यमंत्री ने इस बंगले पर 20-22 करोड़ रूपये खर्च कर दिए। इस कानून के हिसाब से मुख्यमंत्री अगर अगला चुनाव हार भी जाती है तो इस बंगले पर उनका कब्जा आजीवन बना रहेगा।

उन्होंने कहा- जब पार्टी ने वसुन्धरा को मुख्यमंत्री बनाया तो मैंने मंत्री पद लेने से इंकार कर दिया, अगर मैं मंत्री बनता तो ये कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय होता। उन्होंने कहा कि डेमोक्रेसी तब तक ठीक है, जब तक पार्टियों में आंतरिक लोकतंत्र है जब पार्टियों में आंतरिक लोकतंत्र समाप्त हो जाता है तो पार्बोक्रेसी और प्लूटोक्रेसी जन्म लेती है। प्लूटोक्रेसी में धूर्त एवं धनवान लोगो का शासन होता है, जबकि पार्बोक्रेसी में पार्टी के बॉस का लोगो पर शासन हो जाता है। देशभर की पार्टियों में आंतरिक लोकतंत्र समाप्त हो चुका है। बॉस का काम करने वालों
की ही पूछ हो रही है। अब आपको-हमको कोई नहीं पूछेगा।

कार्यक्रम के दौरान कई वक्ताओं ने भी अपने विचार प्रकट किये। गोपीचन्द गूर्जर एवं गिरधारी
तिवाडी की अध्यक्षता में सम्पन्न कार्यकर्ता सम्मेलन में वाहिनी के जिला अध्यक्ष श्यामसुंदर गौड़, उपाध्यक्ष लाखनसिंह पोसवाल, भी रहे तिवाड़ी का भरतपुर के सभी समाजों के प्रमुख प्रतिनिधियों ने स्वागत किया भोजराम खत्री, कमल खन्ना, बाबूलाल, सुरेन्द्रसिंह, दिनेश मुखारी, गुर्जर समाज के प्रदेश अध्यक्ष रामवीरसिंह, राष्ट्रीय कवि सोमनाथ व्यास, रोशनलाल, विकास
मौर्य, नन्हे खान, शरीफ खान, अमरसिंह, रामकुमार एडवोकेट एवं सुखवीर सिंह सहित बडी संख्या में वाहिनी के कार्यकर्ता मौजूद रहे। इस अवसर पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने सरकार के दो मंत्रियों द्वारा अपने पर लगाए अनर्गल आरोपों के जवाब में कानूनी नोटिस दिए जाने की बात भी कही।

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