दो साल बाद खुला अंकित चौहान मर्डर केस, इंजीनियर ने रची थी साजिश

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 02 जून 2017, 3:03 PM (IST)

नोएडा। सॉफ्टवेयर इंजीनियर अंकित चौहान हत्याकांड में सीबीआई को बड़ी सफलता हाथ लगी है। यूपी एसटीएफ ने दावा किया है कि यह मर्डर मिस्ट्री सुलझ गई है और इस मामले में एक की गिरफ्तारी हो गई है। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि मुख्य आरोपी ने दो और लोगों के साथ मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया था। मुख्य आरोपी पढ़ा लिखा एक इंजीनियर था और उसने गाड़ी लूट के इरादे से अंकित की हत्या की थी। मुख्य आरोपी का नाम शशांक यादव है। सीबीआई ने इस हत्या का सुराग देने वाले के ऊपर 5 लाख का ईनाम घोषित किया था।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर अंकिन चौहान की साल 2015 के 13 अप्रैल को सेक्टर-76 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के एक साल बाद परिजनों की मांग पर हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच का आदेश दिया था। जांच मिलने के 9 महीने बाद गुरुवार को सीबीआई ने हत्यारे का स्कैच जारी किया था। अंकित का दोस्त बच गया था। मेरठ के रहने वाले अंकित चौहान अपनी पत्नी के साथ सेक्टर-76 में प्रतीक विस्टीरिया में रहते थे। अंकित चौहान खुद टीसीएस सेक्टर-62 में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे, जबकि उनकी पत्नी अमीषा सेक्टर-135 में आईटी कंपनी एसेंचर में काम कर रही थी। घटना वाले दिन 13 अप्रैल 2015 को अंकित चौहान अपने दोस्त गगन के साथ पत्नी से उनकी कंपनी में मिलकर फॉच्र्यूनर गाड़ी से वापस सेक्टर-76 घर लौट रहे थे। इसी दौरान बरौला बाईपास से होते हुए सेक्टर-76 जाते समय होंडा एकॉर्ड से हमलावरों ने उनकी गाड़ी को रोक लिया। अंकित को हत्यारे ने ओवरटेक कर गोली मारी थी। पहली गोली स्टेयरिंग में लगी, जिससे डरकर अंकित ने नीचे झुकते हुए कार को घुमा दिया, लेकिन पेड़ से टकराकर कार रुक गई। इसके बाद हत्यारे साइड से अंकित पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर होंडा एकार्ड कार से भाग गए।

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नोएडा पुलिस से निराश हुए थे परिजन
अंकित के परिजन नोएडा पुलिस की जांच से बेहद निराश हुए थे इसलिए दो बार वह हत्याकांड की सीबीआई से जांच कराने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री से भी मिले थे। इसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट का रुख किया। हाईकोर्ट ने इसी वर्ष 26 अप्रैल को सीबीआई को जांच का आदेश दिया था।
सीबीआई ने जांच मिलने के बाद से नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ तथा मुजफ्फरनगर के 150 लोगों से पूछताछ की। इनमें अंकित के मित्र, परिजन, अंकित की ससुराल पक्ष के लोग, पत्नी, नोएडा तथा मेरठ के कई संदिग्ध शामिल हैं। सीबीआई ने हत्याकांड में लूट के इरादे तथा रंजिशन दोनों थ्योरी पर काम किया। सीबीआई को गाजियाबाद के एक यादव बहुल गांव से भी हत्याकांड के तार जुड़े मिलने की जानकारी मिली थी। उसे भी खंगाला गया।
पुलिस की जांच

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पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करने के लिए अंकित की पत्नी अमीषा, मित्र गगन, छह दोस्त, आफिस के 11 सहयोगी, बेंगलुरू में अमीषा की तीन मित्र, चार ऐसे संदिग्ध जिनकी बाजू पर टैटू गुदा हुआ था से पूछताछ की। इसके साथ ही गाजियाबाद, नोएडा और मेरठ के होंडा एकॉर्ड रखने वाले 35 लोगों से भी पूछताछ हुई। इस तरह कुल 69 लोगों से पूछताछ करने के बाद भी पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची थी।

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