नई दिल्ली। गुरूवार को दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से सीबीआई
मुख्यालय मुख्यालय में आठ घंटे पूछताछ चली। ये पूछताछ उन पर लगे हवाला
कारोबार के आरोप मामले में की जा रही है।
सत्येंद्र जैन पर कई शेल कंपनियां बनाकर हवाला लेन-देन करने का आरोप है।
पूर्व मंत्री और आप नेता कपिल मिश्रा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और
स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन पर 300 करोड की दवाइयों के घोटाले का आरोप
लगाया था।
एसीबी ने इससे पहले दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा की शिकायत पर
कार्रवाई की। एसीबी के छापों के बारे में दिल्ली सरकार के मंत्री और आम
आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय से जब सवाल किया गया तो वो गुस्से में आ गए।
उन्होंने कहा, छापे मारें, ड्रामा न करें।
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कपिल मिश्रा ने अपनी शिकायत में दावा किया था कि दिल्ली के तीन अस्पतालों के डायरेक्टर्स ने कहा था कि उन्हें दवाओं की जरूरत नहीं है, तब भी उन्हें दवा मुहैया कराई गई। इसमें गुरू तेज बहादुर अस्पताल, राजीव गांधी अस्पताल जनकपुरी शामिल है। यहां पर दवाओं के एक्सपायर होने के शक पर जांच चल रही है। वेयर हाउस के रिकॉर्ड भी लिए गए हैं।
आम आदमी पार्टी का कहना है कि एसीबी को जांच करने का पूरा हक है लेकिन जांच करके तथ्य लोगों के सामने लाए। मंगलवार को बीजेपी नेता विजेंदर गुप्ता ने भी दिल्ली विधानसभा में अस्पतालों में दवाइयों का मुद्दा उठाया था। इसके बाद कपिल मिश्रा ने दवाइयों के घोटाले से जु़डा पोस्टर विधानसभा में लहराया था। इसके बाद उन्हें विधानसभा से बाहर कर दिया गया था।
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