उद्यानिकी से संवारे अपनी तकदीर - अमराराम

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 24 मई 2017, 6:53 PM (IST)

कोटा। ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट के पहले दिन हुई जाजम चौपाल में किसानों ने अपनी शंकाओं के समाधान के लिए मंत्री और कृषि विशेषज्ञों से सीधे बात की। उद्यानिकी को प्रोत्साहित करने के लिए राजस्व मंत्री अमराराम की अध्यक्षता में आयोजित जाजम बैठक में हाड़ौती के विभिन्न अंचलों से आए किसानों ने खेती-किसानी के साथ उद्यानिकी की समस्याएं बताकर कम लागत में अधिक उत्पादन के लिए विशेषज्ञों के साथ चर्चा की और नवीन तकनीकी को जाना। राजस्व मंत्री ने कहा कि सरकार ने किसानों के हित में ग्राम का आयोजन कर खेतों तक नवीन तकनीकी पहुंचाने का कार्य किया है। वह किसानों को अन्नदाता के साथ वैज्ञानिक बनाने का कार्य भी करेगा। उन्होंने कहा कि परम्परागत खेती वर्तमान में घाटे का सौदा साबित हो रही है। अब किसानों को कृषि की नवीन तकनीक और फसल विविधीकरण को अपनाकर समय के साथ कदमताल मिलानी होगी। उन्होंने कहा कि रेगिस्तान में अब बालू के टीले सोना उपज रहे हैं। खजूर, जैतून और अनार की खेती को अपनाकर किसानों ने कम पानी में अधिक उत्पादन हासिल कर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाया है। उन्होंने कहा कि कोटा संभाग में उपजाऊ मिट्टी और पानी की उपलब्धता किसानों की तकदीर बदलने का कार्य करेगी। इसके लिए ग्राम में विशेषज्ञों की ओर से बताए गए आधुनिक खेती के सुझावों को काश्तकार खेती में अपनाएं। चैपाल में भाग ले रहे बूंदी के नैनवां तहसील के संवासना गांव के किसान सत्यनारायण ने जाजम बैठक में खजूर खेती के लाभ के बारे में जानकारी ली। इस पर कृषक सत्यनारायण को कृषि अधिकारियों ने खजूर की खेती के लिए आवश्यक सभी जानकारियां दी। कीट वैज्ञानिक डॉ नाथूलाल मीणा ने रस चूसने वाले कीड़ों की दवा के बारे में जानकारी दी। विषय विषेषज्ञों से मिली सटीक जानकारी के बाद उसने अब तक कीडों को मारने के लिए किए जा रहे परम्परागत तरीके को छोड़ वैज्ञानिकों की सलाह से खेती करने का मन जाजम पर ही बना लिया। साथ ही अन्य किसानों ने भी अपनी कई समस्याओं और जिज्ञासाओं को लेकर सवाल किए और उनका हल जाना। जाजम में फूल विशेषज्ञ डॉ आशुतोष मिश्रा, सब्जी विशेषज्ञ डॉ आई वी मौर्य, डॉ प्रेरक भटनागर, डॉ जितेन्द्र सिंह, कीट वैज्ञानिक डॉ नाथूलाल मीणा और हार्टिकल्चर डॉ रामराज मीणा ने काश्तकारों को विभिन्न जानकारियां प्रदान की।

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