कोटा। उन्नत तरीके से पशुपालन कर किसान अपनी आय में बढ़ोतरी कर सकते हैं। सरकार पशुओं की नस्ल सुधार के लिए लगातार काम कर रही है और किसानों को भी इसका लाभ उठाना होगा। ये कहना है कृषिमंत्री प्रभुलाल सैनी का। वे बुधवार को कोटा के आरएसी ग्राउंड में चल रहे ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट की जाजम बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सहजना का चारा पशुओं को खिलाने से दुग्ध उत्पादन दो गुने से अधिक हो सकता है। इसलिए प्रत्येक किसान को अपने खेत की मेढ़ पर सहजना के पेड़ लगाना चाहिए। उन्होंने किसानों से उर्वरकों के अंधाधुंध इस्तेमाल को रोकने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि एक बीघा खेत को 17 किलो यूरिया पर्याप्त होता है, जबकि कई किसान इससे ज्यादा मात्रा में यूरिया डाल देते हैं। ऐसा करने से न केवल कृषि लागत बढ़ती है, बल्कि खेत की मृदा का स्वास्थ्य भी खराब होता है। उन्होंने किसानों से अपनी आय में वृद्धि करने के लिए फसलों का विविधीकरण करने और संरक्षित खेती को अपनाने की सलाह दी। कृषि मंत्री प्रभलाल सैनी ने कहा कि ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट का आयोजन किसानों के जीवन में बड़ा बदलाव लाने वाला कार्यक्रम सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से किसान कृषि की उन्नत तकनीक और नवीनतम सूचनाओं से रूबरू हो सकेंगे।
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