बाड़मेर। देश इन दिनों आईपीएल के चौके छक्कों पर झूम रहा है, वहीं सरहद के 100 गांव के युवा अनूठी क्रिकेट प्रतियोगिता पर तालियां और सीटियां बजाते नजर आ रहे हैं। सरहदी गांव अभे का पार में चल रही रात्रिकालीन क्रिकेट प्रतियोगिता के जोश और जुनून सर चढक़र बोल रहा है।
पाकिस्तान से सटी पश्चिमी सीमा इन दिनों अमन और सौहार्द की मिसाल बन रही है। अंतरराष्ट्रीय सीमा से महज 11 किमी दूर बसे अभे का पार गांव के चारों तरफ धोरे, छितराई आबादी और मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। इस दुर्गम गांव के युवाओं ने दूधिया रोशनी में क्रिकेट प्रतियोगिता शुरू की है। अमन-2 के नाम से चल रही प्रतियोगिता में रात को जब चौके और छक्के लगते हैं तो वीराने को चीरते हुए हूटिंग की आवाज दूर तलक सुनाई देती है। धोरों की फिजाओं में घूलते सौहार्द से हर कोई खुश है। आयोजक जहां अपने मकसद की कामयाबी पर खुश हैं।
आयोजको के मुताबित हमारा मकसद केवल क्रिकेट खेलना है। इलाके में सभी समाज व वर्गों के लोग भाईचारे के साथ रहते हैं। यहां बीएसएफ व सेना के जवान भी क्रिकेट देखने आ रहे हैं। आयोजन में 36 कौम का सहयोग मिल रहा है। सरहदी अभे का पार गांव और आसपास में क्रिकेट युवाओं का जुनून बीते सप्ताहभर से रात के 4 बजे तक नजर आ रहा है। अभे का पार में सभी समाज व वर्गों के लोगों ने सुविधाएं जुटाकर इस प्रतियोगिता की शुरुआत की, जिसका यह दूसरा दौर है।
हाल ही में ग्राम पंचायत ने यहां मनरेगा में 25 लाख की लागत से स्टेडियम का निर्माण किया है। आयोजको ने इस स्टेडियम के पास ही विद्युत पोल लगा दिए हैं और यही रातभर चौके छक्कों की बरसात हो रही है। आयोजन को देखने के लिए जहां हजारो दर्शक जुट रहे हैं वही खिलाडिय़ों का उत्साह बढ़ाने पहुंचे पूर्व सांसद हरीश चौधरी ने आयोजन को बिना संसाधनों के अप्रत्याशित बताया।
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