नूंह में नकली देशी घी का जखीरा पकड़ा, केस दर्ज

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 18 मई 2017, 8:06 PM (IST)

मेवात (कासिम खान )। जिला मुख्यालय नूंह में प्रशासन की नाक के नीचे कई साल से नकली घी बनाने का कारोबार करने वाली मोहन डेयरी पर बड़ी कार्रवाई हुई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में पलड़ी रोड पर स्थित एक पुराने भवन में चल रही नकली घी की डेयरी पर छापा मारा तो विभाग की आंखें फटी रह गईं। जिस व्यक्ति की मोहन डेयरी बताई जा रही है ,वह नगरपालिका नूंह का पूर्व पार्षद है।

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बड़े पैमाने पर सामान को अपने कब्जे में ले लिया। साथ ही नमूने लेकर जांच के लिए भेज दिए। नूंह पुलिस ने मोहन डेरी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। खास बात तो यह है कि मोहन डेयरी संचालक मोहन शर्मा पुलिस के सामने खुला घूम रहा है। पुलिस नमूने की रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की बात कह रही है। स्वास्थ्य विभाग ने नकली घी की फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। विभाग की इस बड़ी कार्रवाई से दो नंबर का धंधा करने वाले लोगों में हड़कंप है।

स्वास्थ्य विभाग और पुलिस प्रशासन की टीम को सूचना मिली कि नूंह स्थित पलड़ी रोड पर एक मकान में नकली घी बनाने का गौरखधंधा हो रहा है ,अगर छापेमारी की जाये , तो बड़ा खुलासा हो सकता है। पुलिस टीम को देखकर घी बनाने वाले मजदूर और मालिक फरार हो गए , लेकिन पुलिस ने 5 हजार लीटर मिलावटी नकली देशी घी , 600 किलोग्राम क्रीम , 50 वनस्पति के टीन , 8 कट्टे पाउडर बरामद कर लिया। कुल मिलाकर मिलावटखोर मोटी कमाई के चक्कर में लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे थे।

आशंका जताई जा रही है कि राजनीति की आड़ में ही मोहन शर्मा इस गंदे कारोबार को धड़ल्ले से काफी समय से अंजाम दे रहा था। छापेमारी करने वाली टीम में डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर कौशिक , चौकी प्रभारी नूंह दलबीर सिंह सहित कई बड़े अधिकारी शामिल थे। इस घटना के सामने आने से साफ है कि मेवात जिले में मिलावट खोरों के हौसले कितने बुलंद हैं और मोटी कमाई के चक्कर में वे किस तरह लोगों की जान जोखिम में डाल रहे हैं। भले ही एक नकली घी की डेरी का मामला स्वास्थ्य विभाग ने उजागर किया हो, लेकिन नकली पनीर , मिलावटी दूध और घी का कारोबार करने वाले लोगों की इस इलाके में अच्छी खासी संख्या है।

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